किसी भी अन्य खेल की तरह बॉडी बिल्डिंग के क्षेत्र में भी हमेशा से पुरुषों का ही प्रभुत्व रहा है। महिला बॉडीबिल्डर्स हमेशा पुरुषों से नीचे रही हैं। बीते समय में भारत में महिला बॉडीबिल्डर्स के लिए न तो सहयोगात्मक माहौल था और न ही उन्हें बढ़ावा देने वाली व्यवस्थाएं ही थीं।
भारत में महिला क्रिकेट तब सुर्खियों में आया था जब साल 2017 में उन्होंने विश्व कप में बेहतरीन प्रदर्शन किया था। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि इससे पहले देश में महिलाएं क्रिकेट खेल ही नहीं रही थीं। कुछ इसी तरह का हाल भारत में महिला बॉडीबिल्डर का भी रहा है।