सिंगापुर में भारतीय मूल के पूर्व वरिष्ठ मंत्री रहे थर्मन शनमुगरत्नम ने अगले महीने होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में भाग लेने के लिए पात्रता प्रमाण पत्र के लिए अपना आवेदन दाखिल किया है। 66 वर्षीय थर्मन ने पिछले महीने अपना औपचारिक रूप से राष्ट्रपति अभियान शुरू किया था जिसमें उन्होंने सिंगापुर की संस्कृति को विश्वस्तर पर विकसित करने की बात रखी थी।
बता दें कि 2023 का राष्ट्रपति चुनाव सितंबर में होना है क्योंकि सिंगापुर की राष्ट्रपति हलीमा याकूब का छह साल का कार्यकाल 13 सितंबर को समाप्त हो रहा है। स्थानीय समाचार पत्र के अनुसार थर्मन ने पात्रता प्रमाणपत्र के लिए अपना आवेदन जमा कर दिया है। थर्मन ने जून में 22 साल बाद सक्रिय राजनीति से इस्तीफा दिया था।
साल 2001 में राजनीति में शामिल होने से पहले थर्मन मुख्य रूप से सिंगापुर के मौद्रिक प्राधिकरण में एक अर्थशास्त्री और सिविल सेवक थे। उन्होंने शिक्षा और वित्त मंत्री के रूप में भी कार्य किया है। साल 2011 से 2019 तक वह उप प्रधान मंत्री रहे। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष, विश्व आर्थिक मंच और संयुक्त राष्ट्र सहित अंतरराष्ट्रीय संगठनों में भी प्रमुख पदों पर कार्य किया है। थर्मन के अलावा राष्ट्रपति पद के चुनावों के तीन चीनी मूल के उम्मीदवारों ने भी अपनी-अपनी दावेदारी की घोषणा की है।
75 वर्षीय GIC के पूर्व निवेशक प्रमुख एनजी कोक सॉन्ग ने मीडिया को बताया कि उन्होंने 2 अगस्त को उम्मीदवारी के लिए अपना पात्रता प्रमाण पत्र जमा किया था। वहीं 63 वर्षीय उद्यमी जॉर्ज गोह ने 4 अगस्त को अपना पात्रता फॉर्म जमा किया। इनके अलावा पूर्व राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार 75 वर्षीय टैन किन लियान ने भी दोबारा से आवेदन किया है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने यह तय नहीं किया है कि वह चुनाव लड़ेंगे या नहीं।
मालूम हो कि सिंगापुर में राष्ट्रपति पद के लिए खड़े होने के इच्छुक उम्मीदवारों के लिए कड़े मानदंड हैं। सिंगापुर के संविधान में निर्धारित आवश्यकताओं के तहत सार्वजनिक क्षेत्र के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवारों को मंत्री, मुख्य न्यायाधीश, अटॉर्नी-जनरल या अन्य उच्च-स्तरीय पदों पर कम से कम तीन वर्षों तक पद पर रहना जरूरी है। निजी क्षेत्र के उम्मीदवारों को शेयरधारकों की इक्विटी में औसतन 500 मिलियन सिंगापुर डॉलर वाली कंपनी के मुख्य कार्यकारी के रूप में कम से कम तीन साल तक काम आवश्यक है।
जानकारी के लिए बता दें कि सिंगापुर में 2011 के बाद यह पहला राष्ट्रपति चुनाव होगा। राष्ट्रपति हलीमा ने 29 मई को घोषणा की थी कि वह दूसरे कार्यकाल के लिए नहीं खड़ी होंगी। वह देश की आठवीं और पहली महिला राष्ट्रपति हैं। उनका छह साल का कार्यकाल इस साल 13 सितंबर को समाप्त हो रहा है। सिंगापुर में साल 2017 का राष्ट्रपति चुनाव एक आरक्षित चुनाव था जिसमें केवल मलय समुदाय के सदस्यों को चुनाव लड़ने की अनुमति थी। तब हलीमा को राष्ट्रपति नामित किया गया था क्योंकि कोई अन्य उम्मीदवार नहीं था।