पहले कोरोना काल और इन दिनों मंदी की आहट ने बहुत से लोगों की नौकरियां छीन ली हैं। मोटी तनख्वाह पर काम करने वाले लोग अचानक बेरोजगार हो गए। ऐसे हालात में बहुत से लोग तनाव, डिप्रेशन में आ जाते हैं। उन लोगों को शर्मिष्ठा घोष से प्रेरणा लेनी चाहिए। फर्राटेदार इंग्लिश बोलने वाली और ब्रिटिश काउंसिल में नौकरी कर चुकीं शर्मिष्ठा दिल्ली में चाय की छोटी सी रेहड़ी लगाती हैं। लेकिन उनके अरमान बहुत बड़े हैं।
भारत में स्टार्टअप के इस दौर में कई लोग खुद से जॉब छोड़कर अपना कामधंधा शुरू कर रहे हैं। इस बीच अब MA इंग्लिश चायवाली महिला की एक कहानी वायरल हो रही है, जो लाखों की ब्रिटिश काउंसिल की नौकरी छोड़कर दिल्ली कैंट के गोपीनाथ बाजार इलाके में चाय की टपरी लगाती हैं।