वर्जीनिया के गवर्नर ग्लेन यंगकिन ने भारतीय-अमेरिकी गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट डॉ. बिमलजीत सिंह संधू को स्वास्थ्य क्षेत्र में एक प्रमुख प्रशासनिक पद पर नियुक्त किया है। पंजाब के फरीदकोट के रहने वाले संधू साल 2004 में अमेरिका आए थे। उस वक्त संधू को वर्जीनिया कॉमनवेल्थ यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर में गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट के रूप में फैकल्टी मेंबर के तौर पर काम करने का मौका मिला था।

डॉ. बिमलजीत सिंह संधू ने मंगलवार को वर्जीनिया कॉमनवेल्थ यूनिवर्सिटी हेल्थ सिस्टम अथॉरिटी के बोर्ड सदस्य के रूप में शपथ ली है। इस पद पर भारतीय अमेरिकी संधू राज्य की स्वास्थ्य शिक्षा प्रणाली में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
रिचमंड में समारोह में डॉ. संधू ने शपथ ग्रहण के बाद कहा कि यह बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। हम धन जुटाने के संबंध में दिशानिर्देश प्रदान करते हैं, विभिन्न मेडिकल स्कूलों और अस्पतालों को रणनीतिक दिशा देते हैं ताकि हम अग्रणी रहें और वर्जिनियावासियों को सर्वोत्तम देखभाल प्रदान करें।
बता दें कि बोर्ड सदस्य की भूमिका स्वास्थ्य प्रणाली, मेड स्कूल, नर्सिंग स्कूल, फार्मेसी स्कूल के संपूर्ण संचालन की देखरेख करना है। डॉ. संधू ने कहा कि वह कुछ विनिर्माण उद्योग, मेडिकल बायोटेक उद्योग को वर्जीनिया कॉमनवेल्थ यूनिवर्सिटी हेल्थ सिस्टम के साथ सहयोग करने में मदद करने की कोशिश कर रहे हैं।
भारत से अमेरिका तक की उनकी यात्रा उस प्रतिभा और विशेषज्ञता का उदाहरण है, जो भारतीय पेशेवर दुनिया भर के विभिन्न क्षेत्रों में लाते हैं।