Skip to content

भारतवंशी टेनिस स्टार राजीव राम ने बताया, किससे लगा ज्यादा डर!

भारतीय अमेरिकी राजीव अब 2024 के ओलंपिक्स की तैयारी कर रहे हैं। वह पहले भी दो बार ओलंपिक्स खेल चुके हैं। पहली बार 2016 में उन्होंने मिश्रित युगल में वीनस विलियम्स के साथ जोड़ी बनाई थी। दूसरी बार सेमीफाइनल में रोहन बोपन्ना और सानिया मिर्जा को हराकर अमेरिका के लिए रजत पदक जीता था।

राजीव राम (दाएं) और जो सेलिसबरी की जोड़ी, जिसने यूएस ओपन-2023 में ट्रॉफी जीती। (फोटो सौजन्य - राजीव राम)

टेनिस की दुनिया के दिग्गज खिलाड़ी राजीव राम का जोश गजब का है। भारतीय अमेरिकी राजीव अब 2024 के ओलंपिक्स की तैयारी कर रहे हैं। 7 सितंबर को ही उन्होंने अपने पार्टनर जो सेलिसबरी के साथ मिलकर अमेरिकी ओपन में लगातार तीसरी बार पुरुष युगल का खिताब जीता है।

भारतीय अमेरिकी राजीव राम अब 2024 के ओलंपिक्स की तैयारी कर रहे हैं। (फोटो सौजन्य- राजीव राम)

राजीव राम इससे पहले भी दो बार ओलंपिक्स खेल चुके हैं। पहली बार 2016 में, जब उन्होंने मिश्रित युगल में वीनस विलियम्स के साथ जोड़ी बनाई थी। दूसरी बार सेमीफाइनल में रोहन बोपन्ना और सानिया मिर्जा को हराकर अमेरिका के लिए रजत पदक जीता था। उस मैच के बाद राम ने मीडिया से मजाक में कहा था- आज मैं ऐसा शख्स बन गया हूं, जिससे भारत में लोग सबसे ज्यादा नफरत कर रहे होंगे।

न्यू इंडिया अब्रॉड के साथ इंटरव्यू में राजीव राम ने कई विषयों पर खुलकर बातचीत की। इनमें तीसरा यूएस ओपन खिताब जीतने, उस मैच में उनके प्रतियोगी रहे रोहन बोपन्ना के बारे में और टेनिस खेलने के इच्छुक कम आय वर्ग के बच्चों की मदद के लिए स्थापित फाउंडेशन पर चर्चा की। पेश है बातचीत के कुछ अंश-

एनआईए: तीन हफ्ते पहले आपने अपना लगातार तीसरा यूएस ओपन पुरुष डबल खिताब जीता। बधाइयां! कुछ बताइए उस वक्त आप कैसा महसूस कर रहे थे?

राजीव राम: मैं नहीं जानता कि उस पल को ईमानदारी के साथ बयां करने के लिए मेरे पास शब्द हैं या नहीं। यह मेरा घरेलू ग्रैंड स्लैम है। यह एक ऐसा टूर्नामेंट है जहां मैं 14 साल की उम्र से जा रहा हूं। आर्थर ऐश स्टेडियम जब खुला था, तब पहले साल से मैं वहां हूं। लगातार तीन बार खिताब जीतना और यूएस ओपन में ऐसा करने वाली पहली टीम बनना, यह अविश्वसनीय है। मुझे गर्व है कि मैंने यह किया है।

एनआईए: उस मैच के शुरुआती कुछ मिनटों के दौरान ऐसा लग रहा था कि मैच ज्यादा लंबा नहीं चलने वाला रोहन बोपन्ना और मैथ्यू एबडेन ने खेल पर पकड़ बना ली थी। आपको कब जाकर लगा कि आप अपना तीसरा खिताब जीतने जा रहे हैं?

राजीव राम: दो साल पहले हम अपने पहले यूएस ओपन में भी ऐसी ही स्थिति में थे। हम एक सेट नीचे थे। पहले सेट में 6-2 से हार गए थे। मुझे लगता है कि वह अनुभव वास्तव में मदद करता है। मुझे ज्यादा घबराहट नहीं थी। हम दोनों को ऐसा लग रहा था कि अगर हम इसे ऐसे ही खेलते रहे तो हमें अपना मौका मिल सकता है। हमारा ध्यान सिर्फ खेल में सुधार पर था।

एनआईए: आप रोहन बोपन्ना के करियर को किस तरफ जाते हुए देखते हैं?

राजीव राम: रोहन ऐसा शख्स है जिसे मैं 20-25 वर्षों से जानता हूं। वह मेरे करीबी दोस्तों में से एक है। देखिए, अगर आप दो साल पहले मुझसे कहते कि वह ग्रैंड स्लैम फाइनल में पहुंचने जा रहा है और दुनिया के शीर्ष 10 में शामिल होने जा रहा है तो मैं कहता कि यह मुश्किल है। आप जानते ही हैं, वह उम्र में थोड़ा बड़ा है, फिर भी मुझे लगता है कि वह इतने उच्च स्तर पर खेलने में सक्षम है। वह इस वक्त अपने सर्वश्रेष्ठ सीजन में से एक में खेल रहा है। यह दिखाता है कि वह किस तरह का है। उसके पास किस तरह की मजबूती है और उसके पास किस तरह का लचीलापन है। यह वास्तव में प्रेरणादायक है। मुझे उम्मीद है कि वह आगे बढ़ता रहेगा।

एनआईए: आप कई कड़ी चुनौतियों का सामना करके आए हैं। अभी आप अपने सामने किन चुनौतियों को देखते हैं?

राजीव राम: आप जानती हैं, एक चुनौती है लेकिन अब वह सामने नहीं आने वाली। मैं टूर पर रोजर फेडरर के साथ खेला, जब तक कि वह रिटायर नहीं हो गए। लेकिन मुझे कभी एकल या युगल में वास्तविक मैच में उनके सामने खेलने का मौका नहीं मिला। मुझे इस बात पर गर्व है कि मैं उनकी पीढ़ी में खेला लेकिन कभी भी उनका किरदार नहीं निभा पाया, यह मेरे लिए थोड़ी पछतावे वाली बात थी।

एनआईए: आपके लिए सबसे डराने वाला खिलाड़ी कौन है जिसके खिलाफ आप कुछ हद तक डर के साथ खेले हैं?

राजीव राम: मुझे सिंगल्स में राफेल नडाल के खिलाफ खेलने का मौका मिला। यह कठिन था। कई बार बॉब और माइक ब्रायन सबसे ज्यादा डराने वाले लगे, गलत तरीके से नहीं लेकिन मुझे लगा कि जब आप उनके खिलाफ खेलते थे तो उनके पास इतनी ऊर्जा होती थी और उनके पास इस तरह का स्वैग और करिश्मा होता था कि आपको लगता था कि अगर आप उससे मेल नहीं खाते हैं तो सब 20 मिनट में खत्म हो जाएगा।

एनआईए: आपने टेनिस खेलने के इच्छुक गरीब बच्चों की मदद के लिए राजीव राम फाउंडेशन की स्थापना की है। वहां आपके उद्देश्य क्या हैं?

राजीव राम: टेनिस बच्चों को स्वस्थ रखने का शानदार विकल्प देता है। आप बाहर खेलते हैं, आप सीखते हैं, आप साथियों के साथ खेलते हैं। टेनिस एक महंगा गेम है। इसके उपकरण महंगे हैं। कोर्ट पर काफी खर्च करना पड़ता है। इसलिए हम ऐसे खिलाड़ियों की मदद करते हैं जो इन चीजों का खर्च नहीं उठा पाते। खेल मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रहने का एक शानदार तरीका है और मुझे लगता है कि अगर आप ज्यादा से ज्यादा बच्चों को खेलने का अवसर प्रदा करते हैं तो वे कामयाबी की मंजिल जरूर हासिल करेंगे।

Comments

Latest