Skip to content

भारतीय मूल के 35 CEO संभालते हैं दुनिया में $1 ट्रिलियन का कारोबार!

कारोबार की दुनिया में भारत का दिमाग कितना चलता है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वैश्विक स्तर पर 1 ट्रिलियन डॉलर (82 हजार अरब रुपये से भी अधिक) के कारोबार को भारतीय मूल के 35 सीईओ संभालते हैं।

वर्ष 2022 में गूगल की मूल कंपनी अल्फाबेट ने 282.84 बिलियन डॉलर का राजस्व दर्ज किया। Photo by Firmbee.com / Unsplash

वैश्विक कारोबारों को संभालने में भारतीय मूल के सीईओ का एकाधिकार माना जा रहा है। दिसंबर 2022 अंत तक की एक साल की रिपोर्ट में बताया गया है कि सुंदर पिचाई से लेकर स्टारबक्स के लक्ष्मण नरसिम्हन तक लगभग लगभग तीन दर्जन भारतीय मूल के सीईओ 1 ट्रिलियन डॉलर (82 हजार अरब रुपये से भी अधिक) के वैश्विक कारोबार का प्रबंधन करते हैं।

भारतीय सुंदर पिचाई की कमान में गूगल सबसे ज्यादा राजस्व कमाने वाली कंपनी है।

रिपोर्ट में यह बात भी सामने आई है कि इतने बड़े कारोबार संभालने वाली आधी कंपनियां आईटी क्षेत्र की हैं। इसके अलावा स्वास्थ्य सेवा और उद्योग क्षेत्र की पांच-पांच कंपनियां हैं। दिसंबर 2022 के अंत में आई रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि दुनिया 35 बड़ी कंपनियों को भारतीय सीईओ प्रबंधित करते हैं। इन कंपनियों का पिछले 12 महीनों का कुल राजस्व 1.08 ट्रिलियन डॉलर था।

रिपोर्ट में सैंपल सर्वे के जरिए बताया गया है कि इन कंपनियों का 2022 के अंत में कुल लाभ 182.4 बिलियन डॉलर (15 हजार अरब रुपये से अधिक) था। गूगल की बहुराष्ट्रीय मूल कंपनी अल्फाबेट ने 2022 में 282.84 बिलियन डॉलर (23 हजार अरब रुपये से अधिक) का राजस्व दर्ज किया। यह भारतीय मूल के सीईओ द्वारा प्रबंधित सभी 35 कंपनियों में सबसे अधिक है। गूगल राजस्व की सूची में सबसे ऊपर जबकि माइक्रोसॉफ्ट ने बाजार पूंजीकरण और शुद्ध लाभ में शीर्ष स्थान बनाया है।

सैंपल के अनुसार, बाजार पूंजीकरण 5 ट्रिलियन डॉलर (4 लाख अरब रुपये से अधिक) था। इसमें 40% अकेले माइक्रोसॉफ्ट से है। इसकी तुलना देश में सभी सूचीबद्ध कंपनियों के 3.03 ट्रिलियन डॉलर (करीब 2.5 लाख अरब रुपये) बाजार पूंजीकरण से की जाती है। हनीवेल कंपनी के सीईओ विमल कपूर डेरियस एडमजिक की जगह लेने के साथ ही इस कंपनी को 35 बड़ी कंपनियों की सूचित में शामिल करने में अपनी भूमिका निभाई।

स्टारबक्स ने सोमवार को उम्मीद से लगभग दो सप्ताह पहले लक्ष्मण नरसिम्हन को कंपनी के सीईओ के रूप में नियुक्त करने की आधिकारिक घोषणा की। माइक्रोसॉफ्ट और अल्फाबेट के अलावा 100 बिलियन डॉलर (8 हजार अरब डॉलर से अधिक रुपये) से अधिक मार्केट कैप का दावा करने वाली अन्य कंपनियों में आईबीएम, नोवार्टिस, हनीवेल, स्टारबक्स और एडोब शामिल हैं। ब्लूमबर्ग से संकलित आंकड़ों के मुताबिक इसके अलावा इन 35 कंपनियों के प्रमुखों ने कुल मिलाकर 631.3 मिलियन डॉलर (करीब 52 अरब रुपये) का कुल मुआवजा लिया।

सूची में शामिल अन्य सीईओ में अल्बर्ट्सन कंपनी के विवेक शंकरन, आईबीएम के अरविंद कृष्ण, माइक्रोन टेक के संजय मेहरोत्रा, एडोब के शांतनु नारायण, एमर्सन इलेक्ट्रिक के सुरेंद्रलाल लाल करसनभाई, वीएमवेयर इंक के रंगराजन रघुराम और अन्य शामिल हैं।

Comments

Latest