फिल्मी दुनिया के दिग्गजों में से एक शिराज शरीफ कलात्मक भारतीय सिनेमा का जादुई सफर लेकर 3 अप्रैल से ITV Gold पर आ रहे हैं। शो का नाम है- कभी अलविदा न कहना। बॉलीवुड के स्वर्णिम दौर की बेशतर कामयाब फिल्मों का यह सफरनामा आपको एक बार फिर संगीत की असाधारण स्वर-लहरियों के साथ पुराने दौर में ले जाएगा।
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शरीफ का शो 'कभी अलविदा न कहना' महज एक संगीतमय कार्यक्रम नहीं, बल्कि भारतीय सिनेमा, संस्कृति और उसकी विरासत का उत्सव है। आधे घंटे का यह शो सप्ताह में दो बार प्रसारित किया जाएगा। शो की एक खासियत यह है कि इसमें ब्लैक एंड व्हाइट दौर से लेकर बाद की रंगीन हिट फिल्मों के बेहद लोकप्रिय और चर्चित गानों की कहानी शरीफ अपने दिलचस्प अंदाज में प्रस्तुत करेंगे। उम्मीद की जा रही है कि यह शो हर उम्र के संगीतप्रेमी को पसंद आएगा।
ITV Gold के सीईओ इलियास कुरैशी कहते हैं कि अपने दर्शकों के लिए कभी अलविदा न कहना लेकर आ रहे हैं जिसे लेकर रोमांच का अहसास हो रहा है। यह शो भारतीय सिनेमा के सुनहरे दौर के लिए एक सुंदर श्रद्धांजलि है और अब तक के कुछ बेहतरीन संगीतमय गानों को अनूठी पेशकश है। हमें विश्वास है कि हमारे दर्शक क्लासिक भारतीय सिनेमा के इस शानदार सफर का लुत्फ उठाएंगे। बता दें कि शो की परिकल्पना और निर्देशन कुरैशी का ही है।
जहां तक इस शो के प्रस्तुतकर्ता शिराज की बात है तो उन्होंने रेडियो श्रीलंका ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन की शाखा लाइब्रेरी का कुशलतापूर्वक प्रबंधन करके रेडियो सीलोन के मुंबई कार्यालय में असाधारण संगठनात्मक कौशल का प्रदर्शन किया। यह भी उपलब्धि ही कही जाएगी कि 13 वर्षों के दौरान शिराज को भारतीय रेडियो में आवाज दी दुनिया के दिग्गज अमीन सयानी के साथ काम करने का भी मौका मिला। शरीफ को भारतीय फिल्मों और संगीत का एनसाइक्लोपीडिया भी माना जाता है। उनका शो 'अभी तो मैं जवान हूं' खासा हिट हुआ था।