ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में रहने वाली भारतीय मूल की वकील 48 साल की शंकरी चंद्रन के नोवेल 'चाय टाइम एट सिनामोन गार्डन' ने 2023 माइल्स फ्रैंकलिन लिटरेरी अवार्ड जीता है। तमिल विरासत की लेखिका शंकरी चंद्रन का जन्म ब्रिटेन में डॉक्टर माता-पिता के घर हुआ था। वह तीन साल की उम्र में ऑस्ट्रेलिया आईं और कैनबरा में पली-बढ़ी हैं। पुरस्कार के रूप में शंकरी को 60 हजार ऑस्ट्रेलियन डॉलर मिले हैं। पुरस्कार की घोषणा मंगलवार को सिडनी के ओवोलो होटल में एक समारोह में की गई।
It’s chai time!
— MilesFranklin (@_milesfranklin) July 25, 2023
Congratulations to Shankari Chandran, winner of the 2023 #MilesFranklin for Chai Time at Cinnamon Gardens (Ultimo Press).
A novel of whimsy and wit that also explores deeper, darker themes. pic.twitter.com/S2UJXX9OIk
शंकरी का कहना है कि यह मेरे लिए बहुत मायने रखता है कि एक उपन्यास जो इस बात की पड़ताल करता है कि ऑस्ट्रेलियाई होने का क्या मतलब है। इस उपन्यास को को इस तरह से मान्यता दी गई है। यह उपन्यास समकालीन पश्चिमी सिडनी और श्रीलंकाई गृहयुद्ध में एक वृद्ध की देखभाल को लेकर स्थापित है।
Sydney-based lawyer Shankari Chandran has won this year’s Miles Franklin Literary Award for her third novel, “Chai Time at Cinnamon Gardens.”https://t.co/MmBlTEd7x8
— Women's Agenda (@WomensAgenda) July 26, 2023
शंकरी चंद्रन के मुताबिक मैं ऑस्ट्रेलियाई हूं और यह विशेष कहानी उस परिभाषा के हाशिए पर लोगों के जीवन और आवाजों की पड़ताल करती है। लेकिन जिनके जीवन और आवाज दूसरों की तुलना में कम महत्वपूर्ण नहीं हैं। यह हमारे नए घर को आकार देने के तरीके और यहां रहने के हमारे अधिकार का दावा करने में आने वाली चुनौतियों की पड़ताल करता है।
Excited to interview Miles Franklin award winner (and my adopted Sydney Auntie now) Shankari Chandran about storytelling, heritage and her excellent novel on @SBSNews #MilesFranklin pic.twitter.com/8cEmtwiWZU
— Naveen Razik (@naveenjrazik) July 26, 2023
इस प्रतिष्ठित साहित्यिक पुरस्कार का नाम प्रसिद्ध ऑस्ट्रेलियाई लेखक स्टेला मारिया सारा माइल्स फ्रैंकलिन के नाम पर रखा गया है। यह अपने 66 वें वर्ष में है। वर्ष 2023 माइल्स फ्रैंकलिन लिटरेरी अवार्ड के जजों में एनएसडब्ल्यू मिशेल लाइब्रेरियन और अध्यक्ष रिचर्ड नेविल, अकादमिक और कवि एल्फी शियोसाकी, अकादमिक और अनुवादक मृदुला नाथ चक्रवर्ती, लेखक और साहित्यिक आलोचक बर्नडेट ब्रेनन और आलोचक जेम्स ली के स्टेट लाइब्रेरी शामिल हैं।
#ShankariChandran #MilesFranklin
— Poppy Masselos (@poppymasselos) July 25, 2023
Testimony to just write the book you want to write! Never give up! pic.twitter.com/4ntPAB0nVl
इस पुरस्कार के जजों ने सुश्री चंद्रन के उपन्यास की प्रशंसा की है जो बहुसंस्कृतिवाद और पोस्टकोलोनियल आघात के साथ ऑस्ट्रेलिया के असहज संबंधों का सामना करने वाला एक महाकाव्य है। उन्होंने अपने संयुक्त बयान में कहा है कि यह उपन्यास ऐतिहासिक दावों पर सावधानीपूर्वक चलता है। यह हमें याद दिलाता है कि भुला दी गई भयावहताएं दोहराई जाने वाली भयावहता हैं। इससे पता चलता है कि हमारे बीच की कहानीकारों को सुने बिना इतिहास का सुधार और पुनर्लेखन नहीं किया जा सकता है।