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बाइडेन ने दो भारतवंशियों को इस अहम परिषद के लिए चुना, जानें कौन हैं ये

व्हाइट हाउस ने प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि राष्ट्रपति ने उन सदस्यों की घोषणा कर दी है जिन्हें वह निर्यात परिषद में नियुक्त करना चाहते हैं। इसमें भारतीय मूल के दो अमेरिकी- पुनीत रेनजेन और राजेश सुब्रमण्यम भी हैं। यह अंतरराष्ट्रीय व्यापार संबंधी मामलों पर राष्ट्रपति की मुख्य सलाहकार समिति है।

पुनीत रेनजेन और राजेश सुब्रमण्यम

भारतीय मूल के दो अमेरिकी- पुनीत रेनजेन और राजेश सुब्रमण्यम अमेरिका की महत्वपूर्ण निर्यात परिषद के सदस्य बनने की राह पर हैं। राष्ट्रपति जो बाइडेन ने दोनों को इस अहम परिषद में जगह देने की इच्छा जताई है। अंतरराष्ट्रीय व्यापार संबंधी मामलों पर यह अमेरिकी राष्ट्रपति की मुख्य राष्ट्रीय सलाहकार समिति है।

राष्ट्रपति बाइडेन ने दो भारतीय अमेरिकियों को अपनी निर्यात परिषद में जगह देने की इच्छा जताई है।

व्हाइट हाउस ने प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि राष्ट्रपति ने उन सदस्यों की घोषणा कर दी है जिन्हें वह निर्यात परिषद में नियुक्त करना चाहते हैं। इस परिषद के अध्यक्ष मार्क एडिन होंगे जो कास्ले सिस्टम्स के चेयरमैन हैं। कॉरपोरेट, श्रम, रियल एस्टेट, राष्ट्रीय सुरक्षा और कानून जैसे मामलों में विशेषज्ञता रखने वाले दो दर्जन से अधिक व्यक्तियों को इस परिषद में शामिल करने के लिए चुना गया है।

भारतीय अमेरिकी पुनीत रेनजेन के बारे में बताएं तो वह डेलॉइट ग्लोबल के सीईओ एमेरिटस के रूप में कार्य करते हैं। वह डेलॉइट ग्लोबल के सीईओ पद से 31 दिसंबर 2022 को ही रिटायर हुए हैं। सीईओ के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान पुनीत ने कंपनी के लिए वैश्विक रणनीति तैयार करके लागू की जिससे डेलॉइट दुनिया की अग्रणी पेशेवर सर्विस ऑर्गनाइजेशन बन गई। उसे मजबूत और सबसे मूल्यवान वाणिज्यिक सेवा ब्रांड के रूप में पहचाना जाता है।

व्हाइट हाइस की विज्ञप्ति के अनुसार पुनीत के नेतृत्व में डेलोइट ने वर्ल्डक्लास की शुरुआत की जो 100 मिलियन वंचित लोगों को अवसरों के लिए तैयार करने का एक वैश्विक प्रयास है। यह  इस विश्वास पर आधारित है कि जब समाज फलता-फूलता है तो व्यापार भी फलता-फूलता है।

बाइडेन की लिस्ट में शामिल दूसरे भारतीय-अमेरिकी राज सुब्रमण्यम दुनिया की सबसे बड़ी परिवहन कंपनियों में से एक FedEx Corporation के प्रेसीडेंट और सीईओ हैं। सुब्रमण्यम  इस पद पर रहते हुए FedEx की सभी कंपनियों को रणनीतिक मार्गदर्शन प्रदान करते हैं। भारत और भारत के बाहर उल्लेखनीय सेवाओं के लिए राज को इसी साल राष्ट्रपति ने प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार से नवाजा था।

आईआईटी बेंगलुरु में पढ़े राज ने सायराकूज यूनिवर्सिटी से केमिकल इंजीनियरिंग में मास्टर डिग्री ली है। उसके बाद उन्होंने ऑस्टिन में टेक्सास यूनिवर्सिटी से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर्स डिग्री भी हासिल की।

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