भारत के उत्तर-पूर्वी राज्य मेघालय को ऐसी जगह के रूप में देखा जाता है जहां लोग प्रकृति के साथ एक होकर रहते हैं। इसका सबसे अच्छा उदाहरण लिविंग रूट ब्रिज यानी जीवित जड़ों से बने पुल हैं।ईस्ट खासी हिल्स के गांवों में आपको ऐसे कई पुल देखने को मिल जाएंगे। इन सभी पुलों में सबसे अद्भुत है दो मंजिला पुल जो नोंग्रियट गांव के पास एक नदी घाटी में स्थित है।
खासी गांव के निवासी इन पुलों को रबर फिग पेड़ की जड़ों से बनाते हैं। नोंग्रियट में स्थित लिविंग रूट ब्रिज के दो स्तर हैं। ऐसा इसलिए कि बारिश के दिनों में नदी के जलस्तर इतना बढ़ जाता है कि मूल पुल इसमें डूब जाता है। इसलिए ग्रामीणों को इसके ऊपर एक और पुल बनाना पड़ा। इसे देखना एक अलग ही अनुभव है।