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वाह: टैक्सी ड्राइवर का बेटा तनवीर ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम में शामिल

भारतीय मूल के तनवीर सांघा ने आईसीसी विश्व कप 2023 के लिए ऑस्ट्रेलिया की 18 सदस्यीय प्रारंभिक टीम में जगह बनाई है। वह न्यू साउथ वेल्स के लिए लेग स्पिनर के रूप में खलते हैं। उनके हालिया प्रदर्शन ने ऑस्ट्रेलियाई चयनकर्ताओं को प्रभावित किया।

आईसीसी विश्व कप 2023 के लिए ऑस्ट्रेलिया की टीम में तनवीर सांघा। फोटो : @CricketAus

आईसीसी एकदिवसीय विश्व कप 2023 टूर्नामेंट शुरू होने में सिर्फ दो महीने का समय बचा है। इस बीच भारतीय मूल के तनवीर सांघा ने आईसीसी विश्व कप 2023 के लिए ऑस्ट्रेलिया की 18 सदस्यीय प्रारंभिक टीम में जगह बनाई है। तनवीर परिवार के साथ ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में रहते हैं। उनके पिता जोग संघा टैक्सी ड्राइवर के रूप में काम कर रहे हैं, जबकि उनकी मां उपनीत एक एकाउंटेंट हैं। तनवीर के पिता जोग संघा 1997 में जालंधर के पास रहीमपुर के अपने गांव से सिडनी शिफ्ट हो गए थे। तब से उनका परिवार यहीं रह रहा है।

तनवीर सांघा ने ऑस्ट्रेलिया की प्रमुख टी 20 प्रतियोगिता, बिग बैश लीग में काफी अच्छा प्रदर्शन किया है। वह न्यू साउथ वेल्स के लिए लेग स्पिनर के रूप में खेलते हैं। उनके हालिया प्रदर्शन ने ऑस्ट्रेलियाई चयनकर्ताओं को प्रभावित किया। नतीजतन उन्होंने लेग स्पिनर को मौका देने का फैसला किया। तनवीर की प्रतिभा की बदौलत इस 21 वर्षीय खिलाड़ी को राष्ट्रीय टीम में जगह मिली है।

वास्तव में यह सीनियर टीम में उनका दूसरा चांस है। इससे पहले उन्हें 2021 में न्यूजीलैंड में टी 20 श्रृंखला के लिए 18 सदस्यीय टीम में चुना गया था। हालांकि तनवीर सांघा को अब तक कोई अंतरराष्ट्रीय अनुभव नहीं है, लेकिन उनके शानदार प्रदर्शन के आधार पर इस युवा खिलाड़ी का निकट भविष्य में राष्ट्रीय टीम में जगह बनाना तय माना जा रहा है।

तनवीर के पिता जोग सांघा का कहना है कि मैंने भारत में कभी क्रिकेट नहीं देखा। मैंने कबड्डी, वॉलीबॉल और कुश्ती खेली। सिडनी में हमारे पास सर्दियों में कुश्ती टूर्नामेंट होती है और तनवीर अक्सर मेरे साथ जाते थे और जूनियर मुकाबलों में खेलते थे। पिता ने बताया कि जब तनवीर दस साल का था तो हमने उसे क्रिकेट खेलने के लिए इंगलबर्न आरएसएल क्लब में दाखिला दिलाया। मैं ही तनवीर को क्लब में ले जाता था और वापस लाता था। इस दौरान मुझे अपनी कुछ टैक्सी की सवारी छोड़नी पड़ती थी। इसके बदले में सुबह या देर रात तक काम करना पड़ता था।

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