भारत में राजे-रजवाड़ों का स्थान है राजस्थान। राजपूताना विरासत को संजोने वाले यह जगह अपने शानदार किलों और महलों के लिए मशहूर है। यहां के ज्यादातर ऐतिहासिक किले और महल अब संग्रहालय या पांच सितारा हेरिटेज होटल में बदल गए हैं। यहां के होटलों और रिसॉर्ट्स में आप राजा-रजवाड़ों की प्राचीन जीवनशैली से रूबरू हो पाएंगे। आइए आज आपको ऐसी कुछ शानदार जगहों की ओर ले चलते हैं।
ओबेरॉय उदयविलास होटल : उदयपुर में 50 एकड़ क्षेत्र में फैले इस महल का इस्तेमाल मेवाड़ के महाराणा शिकारगाह के रूप में करते थे। यह 200 साल पुरानी पिछोला झील के किनारे स्थित है। यहां के रेस्तरांओ में स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय व्यंजनों का लुत्फ उठा सकते हैं। यहां पारंपरिक संगीत और नृत्य आपकी शाम हसीन बना सकते हैं।
ताज रामबाग पैलेस : जयपुर का आभूषण माना जाता है यह पैलेस। यह कभी महाराजा सवाई मानसिंह द्वितीय और उनकी रानी गायत्री देवी का शाही निवास था। बाद में यह हेरिटेज होटल में तब्दील हो गया। अब यह भारत के सबसे बड़े होटल ताज ग्रुप का हिस्सा है। यहां अतिथियों के लिए विश्व स्तरीय सुविधाएं हैं। योग और व्यायाम के साथ-साथ घुड़सवारी का भी इंतजाम है।
ताज लेक पैलेस : उदयपुर में सन 1746 में महाराणा जगत सिंह द्वितीय ने ग्रीष्मकालीन रिसॉर्ट बनाया था। इसका मूल नाम जगत निवास है। अब लेक पैलेस उदयपुर के नाम से मशहूर हो गया है। 1971 में इसे ताज ग्रुप ऑफ होटल्स ने अपने अधिकार में ले लिया। अब यह राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के लिए मशहूर सैरगाह है।
उम्मेद भवन पैलेस : जोधपुर में एक और शानदार ठिकाना है उम्मेद भवन पैलेस। 1928 और 1943 के बीच निर्मित इस महल के कुछ हिस्सों में अब भी जोधपुर का शाही परिवार निवास करता है। यह हरे-भरे बगीचे से घिरा है। पीले बलुआ पत्थर और मकराना संगमरमर से बने इस महल की स्थापत्य शैली देखते ही बनती है। इसे दुनिया के छठे सबसे बड़े निजी निवास के रूप में मान्यता प्राप्त है।
नीमराना फोर्ट पैलेस : दिल्ली-जयपुर राजमार्ग पर अलवर में प्रसिद्ध हेरिटेज होटल है। इस किले और महल को 15वीं शताब्दी के आसपास बनाया गया था। भारतीय, चीनी, कॉन्टिनेंटल, इतालवी और थाई व्यंजनों के लिए मशहूर रेस्तरां भी यहां पर हैं। आसपास की प्रकृति और मनोरम दृश्य पर्यटकों को बहुत लुभाते हैं।