कौन कहता है आसमां में सुराख नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारो... ये महज शब्द नहीं जिंदादिली की मिसाल हैं। और अब भारत में लद्दाख की रिगजिन चोरोल ने इसे सार्थक कर दिया है। चोरोल ने भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बनने का गौरव हासिल किया है। भारत का ठंडा रेगिस्तान कहे जाने लद्दाख की वह ऐसी पहली महिला बन गई हैं, जो भारतीय सेना में अधिकारी बनी हैं।
रिगजिन चोरोल के पति रिगजिन खंडप 3 लद्दाख स्काउट्स की जेडांग सुंपा बटालियन में राइफलमैन थे। ड्यूटी के दौरान एक दुर्घटना में उनकी मौत हो गई थी। पति की मौत के बाद चोरोल कमजोर नहीं पड़ी बल्कि उनका अधूरा सपना पूरा करने का बीड़ा उठाया। 11 महीने का कड़ा प्रशिक्षण पूरा करने के बाद शनिवार को उन्हें चेन्नई के ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकैडमी में लेफ्टिनेंट के रूप में शामिल किया गया। चोरोल समेत कुल 35 महिलाओं ने ये ट्रेनिंग पूरी की है।