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250 से अधिक देशों में पढ़ने जाते हैं भारतीय छात्र, ये हैं सबसे पसंदीदा जगहें

साल 2022 में लगभग 7.5 लाख भारतीय उच्च शिक्षा के लिए विदेश गए थे जबकि यह संख्या साल 2017 में 4.5 लाख और 2020 में 2.6 लाख थी। भारत ने 2022 में अमेरिका में सबसे अधिक अंतरराष्ट्रीय छात्रों के मामले में चीन को पीछे छोड़ दिया था।

Photo by Robert Bye / Unsplash

भारत के छात्र दुनिया के 250 से अधिक देशों में पढ़ाई के लिए जाते हैं। इनमें यूके, यूएस, ऑस्ट्रेलिया और कनाडा सबसे पसंदीदा विकल्प हैं। लेकिन भारतीय छात्र अपनी स्टडी के लिए उज्बेकिस्तान, फिलीपींस, रूस, आयरलैंड, किर्गिस्तान और कजाकिस्तान जैसे देशों के बारे में भी विचार करते हैं। यह जानकारी भारतीय विदेश मंत्रालय की तरफ से हाल ही में संसद को दी गई।

कोरोना महामारी के बाद पढ़ाई के लिए विदेश जाने वाले भारतीयों की संख्या बढ़ी है। साल 2022 में लगभग 7.5 लाख भारतीय उच्च शिक्षा के लिए विदेश गए थे जबकि साल 2017 में यह संख्या 4.5 लाख और 2020 में 2.6 लाख थी। भारत ने 2022 में अमेरिका में सबसे अधिक अंतरराष्ट्रीय छात्रों के मामले में चीन को भी पीछे छोड़ दिया था।

कई देश भारतीय छात्रों को आकर्षित करने के लिए वीजा नियम उदार बनाने के प्रयास कर रहे हैं। Photo by Kyle Gregory Devaras / Unsplash

आइए बताते हैं, कौन से देश हैं छात्रों के सबसे पसंदीदा  

संयुक्त राज्य अमेरिका
ओपन डोर्स 2022 की एक रिपोर्ट के अनुसार साल 2021-2022 में अमेरिका में पढ़ने वाले भारतीय छात्रों की संख्या में लगभग 20% की वृद्धि हुई थी। इस दौरान अमेरिका में उच्च शिक्षा के लिए नामांकित छात्रों की कुल संख्या 1,99,182 थी।

यूनाइटेड किंगडम
ब्रिटिश सरकार द्वारा साल 2019 में ग्रेजुएट रूट वीजा की घोषणा के बाद यूके ने अपने विश्वविद्यालयों में भारतीय छात्रों की संख्या में तेज वृद्धि देखी है। यूके सरकार की वेबसाइट पर उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार ब्रिटेन ने 2022 में भारतीयों को 1.4 लाख प्रायोजित अध्ययन वीजा दिया था जो 2019 में मात्र 34,261 था।

कनाडा
कनाडा में भारतीय छात्रों की आमद में लगातार वृद्धि देखी गई है। आंकड़ों के अनुसार साल 2019 में कनाडा के कॉलेजों में पढ़ने वाले भारतीय छात्रों की संख्या 2.2 लाख थी जबकि वर्तमान में वहां 3 लाख से अधिक भारतीय छात्र पढ़ रहे हैं। भारतीय छात्र कनाडा की विदेशी छात्र आबादी का 34 प्रतिशत हिस्सा हैं।

यूक्रेन, चीन
ये दोनों देश उन छात्रों के बीच लोकप्रिय हैं जो मेडिकल की पढ़ाई करना चाहते हैं। मौजूदा यूक्रेन संकट ने लगभग 18,000 भारतीय मेडिकल छात्रों के भविष्य पर प्रश्नचिन्ह लगा दिया है। दूसरी ओर चीन में पढ़ने वाले लगभग 23,000 मेडिकल छात्र महामारी के बाद वहां वापस नहीं जा सके हैं। पिछले साल अगस्त में चीन ने 6,200 भारतीयों को छात्र वीजा दिया था।

कई देश वीजा नियमों को उदार बनाने के लिए अतिरिक्त प्रयास कर रहे हैं ताकि भारतीय छात्रों को आकर्षित कर सकें। फ्रांस में 2019 में लगभग 10,000 भारतीय छात्र थे। वहां सरकार की योजना 2025 तक इसे बढ़ाकर 20,000 करने की है।

भारत और ग्रीस ने भी 2022-26 के लिए एक सांस्कृतिक और शैक्षिक आदान-प्रदान कार्यक्रम पर हस्ताक्षर किए हैं। ग्रीस आधिकारिक ‘स्टडी इन ग्रीस’ प्लेटफॉर्म के माध्यम से भारतीय शैक्षणिक संस्थानों तक अपनी पहुंच बढ़ाने की योजना बना रहा है। भारत से लगभग 11,30,000 से अधिक छात्र फिलहाल विदेशी कॉलेजों में पढ़ रहे हैं। पूरी सूची आप यहां क्लिक करके देख सकते हैं।

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