सैर करने जाएं और उस जगह के व्यंजन न चखें, तो सफर कुछ अधूरा सा लगता है। भारत में एक से बढ़कर एक लजीज व्यंजनों के भंडार हैं। दुनिया भर की मशहूर हस्तियां भी मानता हैं कि कुछ अच्छा खाना है, तो भारत चलो। हम यहां भारत के कुछ चुनिंदा लजीज व्यंजनों की बानगी पेश कर रहे हैं।
पटना का लिट्टी-चोखा : यह बिहार का प्रमुख व्यंजन है। अंगीठी पर सिकी लिट्टी के साथ आलू, बैंगन, प्याज, धनिया पत्ते से बना चोखा गजब का स्वाद देता है। देशी घी का साथ मिल जाए तो फिर क्या कहने।
मुंबई का वडा-पाव : इस स्ट्रीट फूड ने अपने स्वाद से दुनिया भर के लोगों को अपना दीवाना बना लिया है। तभी तो सड़कों से लेकर रेस्तरांओं तक इसकी पहुंच बन गई है। हर किसी के लिए यह पसंदीदा व्यंजन है।
लखनऊ का टुंडे कबाब : मीट को बिलकुल बारीक काटकर उसे मसाले के साथ मिलाकर यह डिश बनाई जाती है। लखनऊ की गलियों में इसकी खुशबू से अनायास ही मुंह में पानी आ जाता है। इसे गरम-गरम परांठे और हरी चटनी के साथ परोसा जाता है।
मसालेदार तली मछली : तटीय इलाका होने के नाते कोच्चि की मसालेदार तली हुई मछली खूब मशहूर है। कोच्चि आने वाले इस व्यंजन का स्वाद जरूर लेते हैं। नींबू इसके स्वाद को और भी बढ़ा देता है।
हैदराबादी दम बिरयानी : हैदराबाद में बिरयानी का चलन निजामों के समय से ही है। यहां 50 से 60 तरह की बिरयानी बनाई जाती है, उन्हीं में से एक है दम बिरयानी। इस स्वाद एक बार जीभ पर लग जाएगा तो बार बार यही खाने का मन करेगा।
दिल्ली के छोले-भटूरे : कहा जाता है कि छोले भटूरे का चलन वर्ष 1940 के आसपास से शुरु हुआ। पहले दिल्ली और फिर पंजाब, यूपी, हरियाणा में यह डिश मशहूर हुई। अब तो पूरे देश में छोले-भटूरे मिलते हैं। लेकिन दिल्ली वाले छोले-भटूरे की बात ही कुछ और है।
चेन्नै का इडली-डोसा : दक्षिण भारत की यह डिश अब पूरी दुनिया में मशहूर है। चेन्नै के कुछ रेस्तरांओं में इसे केले के पत्ते पर पारंपरिक अंदाज में परोसा जाता है। लेकिन सुस्वादु और सुपाच्य भोजन है।
मक्के की रोटी, सरसों का साग : यह पंजाब का पारंपरिक डिश है। लेकिन अब अलग-अलग अंदाज में यह पंच सितारा होटलों तक पहुंच गया है। गुड़ और बटर के साथ अब इसे बड़े ही सलीके से परोसा जाता है।