सब कुछ देखते देखते हुआ है। गुजरात के किसी गुमनाम रेलवे स्टेशन पर चाय बेचने वाला आज भारत का प्रधानमंत्री है और अतिश्योक्ति न हो तो विश्व का सर्व-स्वीकार्य नेता भी। चाय कई लोगों की किस्मत बदल चुकी है और बदल रही है। भारत में भी और विदेशों में भी। चाय ने चुटकियों में जिनकी किस्मत बदल दी उनमें से एक संजीत भी हैं।
ऑस्ट्रेलिया की ला ट्रोब यूनिवर्सिटी के ड्रॉप-आउट संजीत आज लाखों डॉलर की फर्म के मालिक हैं। और सौजन्य है- चाय। आदर्श कही जाने वाली इस दुनिया में संजीत भी एक नामी ऑस्ट्रेलियाई विश्वविद्यालय से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (बीबीए) में स्नातक कर रहे होते और अच्छी सी इंटर्नशिप के लिए आवेदन करते। मगर उन्होंने डिग्री पर चाय को तरजीह दी, ड्रॉपआउट चायवाला बनकर।