भारतीय मूल के ऑस्ट्रेलियाई देव शर्मा ने उस समय महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की, जब उन्हें संघीय संसद में न्यू साउथ वेल्स के सीनेटर के रूप में शपथ दिलाई गई। शर्मा लिबरल पार्टी के पूर्व सीनेटर मैरिस पायने के इस्तीफे के बाद इस पद पर नियुक्त हुए हैं।
प्रतिष्ठित नेता देव शर्मा की सीनेट तक की यात्रा काफी दिलचस्प रही है। वह 2019 में वेंटवर्थ, न्यू साउथ वेल्स के प्रतिनिधि सभा के लिए चुने गए थे। 2022 के आम चुनावों में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। 30 नवंबर 2023 को न्यू साउथ वेल्स की संसद ने संविधान की धारा 15 के तहत लिबरल पार्टी और उससे बाहर उनकी विशेषज्ञता और प्रतिष्ठा को देखते हुए उन्हें मनोनीत किया है।
प्रतिनिधि सभा में अपने कार्यकाल के दौरान देव शर्मा ने विभिन्न समितियों में महत्वपूर्ण योगदान दिया था। दिसंबर 2021 से लेकर मार्च 2022 तक वह सोशल मीडिया एवं ऑनलाइन सुरक्षा पर प्रतिनिधि सभा की चयन समिति का हिस्सा रहे। जुलाई 2019 से अप्रैल 2022 तक उद्योग, नवाचार, विज्ञान एवं संसाधनों पर स्थायी समिति के सदस्य रहे।
इसके अलावा देव शर्मा ने राष्ट्रीय निवारण योजना के कार्यान्वयन पर संयुक्त समिति में भी सेवाएं दी हैं। वह विदेश मामलों, रक्षा व्यापार और संधियों पर संयुक्त स्थायी समितियों के जुलाई 2019 से अप्रैल 2022 तक अध्यक्ष भी रह चुकें हैं।
देव शर्मा कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी से मास्टर डिग्री और डीकिन विश्वविद्यालय से अंतर्राष्ट्रीय संबंधों में मास्टर डिग्री हासिल की है। उन्होंने कई महत्वपूर्ण राजनयिक और सलाहकार पदों पर भी सेवाएं दी हैं। इसमें बोगेनविले, पापुआ न्यू गिनी में शांति निगरानी समूह के वरिष्ठ नागरिक सलाहकार और पोर्ट मोरेस्बी में ऑस्ट्रेलियाई उच्चायोग में तीसरे सचिव की भूमिकाएं शामिल हैं।