डेलॉइट ग्लोबल के पूर्व सीईओ पुनीत रेनजेन का नाम SAP के पर्यवेक्षी बोर्ड के अध्यक्ष के लिए नामित किया गया है। जर्मनी स्थित इस सॉफ्टवेयर कंपनी के बोर्ड ने अध्यक्ष पद के लिए उनके नाम की घोषणा की है। 61 वर्षीय भारतीय अमेरिकी पुनीत के नाम को अंतिम पुष्टि मिल जाती है तो वह इस कंपनी का अध्यक्ष बनने वाले पहले गैर जर्मनी और पहले भारतीय होंगे।
पुष्टि होने पर पुनीत कंपनी के सह-संस्थापक हासो प्लैटनर का स्थान लेंगे, जिनका कार्यकाल दो दशक बाद मई 2024 में समाप्त होने जा रहा है। 79 वर्षीय प्लैटनर ने 1972 में डाइटमार होप, क्लॉस वेलेनरेउथेर, क्लॉस शिरा और हंस-वर्नर हेक्टर के साथ मिलकर SAP कंपनी की स्थापना की। वह 2003 से अध्यक्ष के रूप में जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।
प्लैटनर ने एक बयान में पुनीत की तारीफ की और एक सफल सीईओ के रूप में बोर्ड में उनके महत्वपूर्ण और मूल्यवान योगदान की उम्मीद जताई। सैप का कहना है कि रेनजेन का ट्रैक रेकॉर्ड बेदाग रहा है। वह पर्यवेक्षी बोर्ड में शामिल होने और अध्यक्ष पद संभालने के लिए सर्वाधिक योग्य उम्मीदवार हैं।
पुनीत इस समय वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (डब्ल्यूईएफ) की लीडरशिप काउंसिल और इंटरनेशनल बिजनेस काउंसिल के सदस्य हैं। पुनीत 2015 से 31 दिसंबर 2022 तक डेलोइट ग्लोबल के सीईओ के रूप में कार्य कर चुके हैं। उस दौरान उनकी रणनीति की बदौलत डेलोइट का राजस्व केवल सात वर्षों में 35 बिलियन (अरब) डॉलर से बढ़कर 59 बिलियन डॉलर से अधिक हो गया।
रेनजेन ने बयान में कहा, ‘SAP वैश्विक अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका वाली एक प्रतिष्ठित कंपनी है। यह एक ऐसी कंपनी है जिसकी वैश्विक व्यापार के लिए प्रासंगिकता बेजोड़ है। इसमें अहम भूमिका के लिए मेरे नाम पर विचार किए जाने से मैं बहुत खुश हूं। मैं यह सुनिश्चित करने के लिए दुनिया भर के प्रतिभाशाली सहयोगियों के साथ काम करने की उम्मीद कर रहा हूं कि कंपनी अपने ग्राहकों को उनकी सबसे बड़ी समस्याओं को हल करने में मदद करेगी।