न्यूयॉर्क स्थित अल्बर्ट आइंस्टीन कॉलेज ऑफ मेडिसिन की एसोसिएट प्रोफेसर भारतीय-अमेरिकी डॉ. नित्या अब्राहम को यंग यूरोलॉजिस्ट अवार्ड से सम्मानित किया गया है। नित्या एक यूरोलॉजिस्ट विशेषज्ञ हैं। वह ग्लोबल आर्गेनाईजेशन ऑफ पीपल ऑफ इंडियन ओरिजिन (GOPIO) के अध्यक्ष डॉ. थॉमस अब्राहम और सेवानिवृत्त इंटर्निस्ट डॉ. सूसी अब्राहम की बेटी हैं।
मिली जानकारी के अनुसार डॉ. नित्या अब्राहम ने 'मोंटेफियोर यूरोलॉजी रेजिडेंसी कार्यक्रम' की कार्यक्रम निदेशक के तौर पर न्यूयॉर्क क्षेत्र में अनगिनत छात्रों, निवासियों, साथियों और जूनियर फैकल्टी का मार्गदर्शन भी किया है।
अब्राहम ने एक बयान में कहा कि इस पुरस्कार को जीतने के पीछे बरसों से मिले गुरुओं का ज्ञान और मोंटेफियोर मेडिकल सेंटर में मेरे पद का अनुभव है। मैं अपने माता-पिता और पति का निश्चित रूप से आभार व्यक्त करती हूं जिन्होंने मुझे इस लायक बनाया।
उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जब फिजिशियन बर्नआउट की दर बढ़ रही है यह आश्चर्यजनक है कि अमेरिकन यूरोलॉजिकल एसोसिएशन और इसके लीडर्स पूरे अमेरिका में कई युवा यूरोलॉजिस्टों की कड़ी मेहनत को पहचान रहे हैं। अमेरिकन यूरोलॉजिकल एसोसिएशन (एयूए) के अनुसार यंग यूरोलॉजिस्ट उसे माना जाता है जो 10 साल या उससे कम समय से प्रैक्टिस कर रहा है।
बता दें कि डॉ. नित्या अल्बर्ट आइंस्टीन कॉलेज ऑफ मेडिसिन के लिए कार्यकारी पाठ्यचर्या समिति की भी अध्यक्ष हैं। इसके अलावा वह सोसाइटी फॉर यूरो डायनामिक्स, फीमेल पेल्विक मेडिसिन और यूरोजेनिकल रिकंस्ट्रक्शन (SUFU) यंग यूरोलॉजिस्ट कमेटी और सोशल मीडिया कमेटी की सदस्य हैं।
नित्या ने कनेक्टिकट विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री ली है। इसके बाद उन्होंने न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी लैंगोन मेडिकल सेंटर से चिकित्सा पूरी की। उन्होंने क्लीवलैंड क्लिनिक में फीमेल यूरोलॉजी में फेलोशिप की जिसके बाद वह ब्रोंक्स में मोंटेफोर मेडिकल सेंटर में शामिल हो गई।