भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में अमेरिका का दौरा किया। उनका यह दौरा विशुद्ध रूप से सरकारी था, जिसमें उन्होंने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन से तो मुलाकात की ही, साथ ही यूएनजीए को भी संबोधित किया। प्रधानमंत्री इस दौरान उन भारतीय अमेरिकियों से भी मिले जो अपनी प्रतिभा और मेहनत की बदौलत वहां नाम कमा रहे हैं। इनमें कई कंपनियों के प्रमुख, बड़े उद्योगपति आदि शामिल रहे। इस दौरान अमेरिका में मौजूद भारतीय सरकारी अमला भी मोदी के कार्यक्रमों को लेकर व्यस्त रहा। जब मोदी भारत लौट गए तो इन भारतीय प्रवासियों ने अपने 'मन की बात' करने के लिए एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया।

अमेरिका के जाने-माने ये प्रवासी भारतीय अपने खास लोगों के साथ वाशिंगटन डीसी शहर के मशहूर इतालवी रेस्तरां फियोला मारे में एकत्र हुए। नदी और उसके किनारे के खूबसूरत नजारे व समुद्री भोजन के लिए मशहूर रेस्तरां में इन भारतीयों ने एक शाम बिताई और प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिका यात्रा, उसके प्रभाव से लेकर उभरते भारत की तस्वीर पर चर्चा की। उन्होंने इस दौरान भारत को लेकर अपने निजी विचार रखे और इस बात पर सहमति जताई कि भारत का भविष्य बेहद उज्ज्वल होने जा रहा है।

इस कार्यक्रम का आयोजन जिस संस्था की ओर से आयोजित किया गया, वह प्रवासी भारतीयों का प्रतिनिधित्व करती है। 'इंडियास्पोरा' नाम की इस संस्था का अमेरिका में मान और सम्मान है और जाने-माने भारतीय इस संस्था से जुड़ने में अपने को सहज और अपनत्व सा पाते हैं। आप एक बानगी देख लें कि पारस्परिक सौहार्द, आत्मीयता से भरे इस कार्यक्रम में कौन कौन विशेष हस्ती शामिल हुई। इनमें अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू, भारत में अमेरिका के अंतरिम राजदूत अतुल कश्यप, भारत में अमेरिका के राजदूत रहे रिचर्ड वर्मा के अलावा आईटी, शिक्षा, सोशल सिस्टम, इंडस्ट्रीज, कंपनियों से जुड़े सीईओ शामिल हुए, जिनकी जड़ें भारत में हैं।

विशेष बात यह रही कि इस कार्यक्रम में 'इंडियास्पोरा' को बनाने वाले एमआर रंगास्वामी भी मौजूद थे। उन्होंने वर्ष 2012 में इस संगठन की स्थापना की। रंगास्वामी एक भारतीय सॉफ्टवेयर एक्जीक्यूटिव, निवेशक, उद्यमी और कम्युनिटी लीडर हैं।







उन्होंने वर्ष 2007 में कॉर्पोरेट इको फोरम की भी स्थापना की थी। प्रवासियों की जब इतनी बड़ी हस्ती और संस्था का आयोजन होगा तो नामी हस्तियों को भी आने में आनंद की अनुभूति होगी। पूरे कार्यक्रम में सुकून, शांति, सौहार्दता की लहरें हिलोरे लेती रहीं।