हर साल हजारों छात्र अमेरिका का रुख करते हैं। अधिकांश पढ़ाई के लिए जाते हैं तो कुछ प्रशिक्षण, शोध, अनुसंधान के अवसरों की तलाश में पहुंचते हैं तो बहुत से ऐसे होते हैं जो इंटर्न के रूप में काम करने या किसी अन्य काम से जाते हैं। इनमें से बहुत से छात्र ऐसे होते हैं जो सरकारी स्वास्थ्य सेवा कार्यक्रमों का लाभ नहीं उठा पाते। विशेष तौर पर उन कार्यक्रमों का जो अमेरिकी नागरिकों, देश में रहने वालों और स्थाई निवास का दर्जा पाने वालों के लिए चलाए जाते हैं।
ऐसे में अंतरराष्ट्रीय छात्रों के पास दो ही विकल्प बचते हैं। पहला, या तो वे कॉलेज की ओर से प्रायोजित समूहों वाली कोई योजना चुनें या प्राइवेट बीमा करवाएं। दूसरा विकल्प यह है कि अमेरिका में कई बार प्राइवेट बीमा कंपनियां और संस्थान बाहर से बीमा कार्यक्रम चुनने का मौका देते हैं। पर अमेरिका आने वाले भारतीय छात्रों के लिए अंतरराष्ट्रीय छात्र बीमा योजना लेने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है। आइए बताते हैं इसी बारे में-