एक जमाना था जब हर घर में मिट्टी के बर्तन इस्तेमाल होते थे। कुम्हार के यहां बने बर्तनों में पके खाने का स्वाद तो लाजवाब होता ही था, उनमें किसी तरह के केमिकल की मिलावट भी नहीं होती थी। लेकिन वक्त के साथ रसोई के बर्तन भी बदल गए लेकिन इनके भी अपने खतरे हैं। ऐसे में भारत में हरियाणा के एक इंजीनियर ने पारंपरिक तरीके से मिट्टी के बर्तन बनाकर बेचने की शुरुआत की। अब वह लाखों की कमाई कर रहे हैं और सेहत का तोहफा भी दे रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार झज्जर जिले के दावला गांव के रहने वाले नीरज शर्मा ने 2016 में रोहतक से इंजीनियरिंग की थी। उसके बाद वह गुड़गांव में एक कंपनी में नौकरी करने लगे। लेकिन शहर उन्हें रास नहीं आया। तबीयत खराब रहने लगी। 2019 में वह वापस गांव आ गए।