खिचड़ी जिसे आमतौर पर बीमारों का खाना कहा जाता है लेकिन असल में ये बहुत गुणकारी होती है। यह भारत के सबसे पुराने व्यंजनों में से एक है। इतिहास बताता है कि जब फ्रांसीसी यात्री जॉन बैप्टिस्ट टैवर्नियन 1600 में भारत आए थे तब उन्होंने देखा कि खिचड़ी यहां बहुत लोकप्रिय है। उन्होंने इसे किसानों का शाम का भोजन कहा था जिसे मसूर की दाल के साथ पकाया जाता था।

खिचड़ी शब्द संस्कृत के शब्द खिच्चा से बना है जिसका मतलब है चावल और फलियों के साथ तैयार किया गया व्यंजन। प्राचीन समय से प्रचलित यह व्यंजन आज भी आपको भारत में घर-घर में खाने को मिल जाएगा। खिचड़ी पोषक तत्वों से भरपूर होती है लेकिन साधारण स्वाद की वजह से कई लोग इसे बीमारों का खाना मानते हैं।