भारत की एक ऐसी धरोहर जो उपेक्षा के कारण धीरे-धीरे जीर्ण-शीर्ण होता गया
मलूटी में टेराकोटा शैली से निर्मित 72 मंदिरों का समूह अभी भी विद्यमान है। लेकिन इस गांव में कभी 108 मंदिर और इतने ही तालाब थे, लेकिन उचित देखरेख के अभाव में अब 72 मंदिर और 65 तालाब बचे हैं। प्रधानमंत्री मोदी के हाथों 2 अक्टूबर 2015 में जीर्णाेद्धार का कार्य प्रारंभ किया गया था।
