प्रभजोत सिंह
हॉकी का खेल कुछ ऐसा है कि उच्च स्तरीय मुकाबलों में मैच खिलाड़ियों के कौशल या खेल की बारीकियों के बजाय मानसिक मजबूती से जीते जाते हैं। ये कहना है अमेरिकी पुरुष हॉकी टीम के मुख्य कोच हरेंद्र सिंह का।

हरेंद्र को हाल ही में अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ के हाई परफोर्मेंस कोचिंग पैनल में उपमहाद्वीप के चुनिंदा हॉकी कोच में शुमार किया गया है। वह इससे पहले भारतीय पुरुष हॉकी टीम के मुख्य कोच रह चुके हैं। हरेंद्र सिंह का कहना है कि सैंटियागो 2023 पैन एम गेम्स के सेमीफाइनल मैचों का फैसला खेल की बारीकियों से ज्यादा मानसिक मजबूती पर होगा। उन्होंने कहा कि मैं चाहता हूं कि मेरे खिलाड़ी खुद पर विश्वास रखें और प्रतिद्वंद्वियों को सभी मोर्चों पर चुनौती दें।
पैन एम गेम्स में हॉकी प्रतियोगिता के दौरान इस संवाददाता के साथ अनौपचारिक चर्चा करते हुए हरेंद्र सिंह ने अमेरिका में फील्ड हॉकी को विस्तार देने की भविष्य की अपनी योजनाओं पर भी बातचीत की।
उन्होंने कहा कि मैं विभिन्न समुदायों के प्रतिनिधियों से बात कर रहा हूं ताकि खेल को जमीनी स्तर पर ले जा सकूं। आप टीम को रातों रात तैयार नहीं कर सकते। इसमें चार से पांच साल लगते हैं।
उन्होंने कहा कि मुझे अमेरिका में भारतीय समुदाय और विशेष रूप से पंजाबी समुदाय से जबरदस्त प्रतिक्रियाएं मिल रही हैं। अब हमारे पास लगभग 170 खिलाड़ियों का एक पूल है जो हमारी भविष्य की राष्ट्रीय टीमों का केंद्र है।
वर्तमान टीम के बारे में बात करते हुए हरेंद्र कहते हैं कि मेहताब ग्रेवाल सहित कुछ होनहार प्रतिभाशाली युवा हैं। मैंने उन्हें यूरोपीय सर्किट में आने में मदद की है। अब वह लीडेन में नीदरलैंड के तीसरे डिवीजन में खेलते हैं। वर्तमान अमेरिकी टीम के नौ सदस्य यूरोपीय सर्किट में खेलते हैं। वे या तो जर्मन या नीदरलैंड लीग में खेलते हैं।
हरेंद्र का कहना है कि हमारे पास अच्छे खिलाड़ी हैं। मैं टीम को लेकर न केवल खेल की बारीकियों पर बल्कि मानसिक मजबूती पर भी काम कर रहा हूं। टीम ने परिणाम दिखाने शुरू कर दिये हैं। त्रिनिदाद एंड टोबैगो और ब्राजील के खिलाफ हमारी प्रभावशाली जीत उत्साह बढ़ाने वाली है।
एफआईएच के हाई परफोर्मेंस कोचिंग पैनल के विशेष सत्र में भाग लेने कुआलालम्पुर जा रहे हरेंद्र सिंह ने कहा कि अर्जेंटीना काफी तगड़ी टीम है जो लंबे समय से खेल रही है। हरेंद्र संभवतः दक्षिण एशिया से एकमात्र व्यक्ति हैं जिन्हें इस पैनल में नामित किया गया है।
दिलचस्प यह है कि देश में कई राज्य युवाओं को तैयार करने के लिए हरेंद्र की सेवाएं लेने के इच्छुक हैं। इस बारे में उन्होंने कहा कि हां कुछ राज्य मेरे संपर्क में हैं। उम्मीद है कि भारतीय हॉकी अपनी गति बनाए रखेगी और पंजाब, ओडिशा, झारखंड व उत्तराखंड जैसे राज्यों से अच्छे खिलाड़ी आएंगे।