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सीनेट के लिए दावेदारी की तैयारी में सांसद रो खन्ना, बताया कब करेंगे ऐलान

रो खन्ना ने कहा, 'मैं बारबरा ली का काफी सम्मान करता हूं इसलिए निश्चित तौर पर मैं इस पर विचार करूंगा। मैं यह देखना चाहता हूं कि उनका अभियान कितना मजबूत है और जीत के लिए जरूरी अभियान व संसाधन उपलब्ध हैं। अगर उन्होंने इस महीने के अंत तक इंतजाम कर लिया तो यह मेरे फैसले पर भारी पड़ेगा।"

कैलिफोर्निया से सांसद रो खन्ना

प्रतिनिधि सभा में उत्तरी कैलिफोर्निया की सिलिकॉन वैली और ईस्ट बे के कुछ हिस्सों का प्रतिनिधित्व करने वाले डेमोक्रेट सांसद रो खन्ना सीनेट की संभावित दावेदारी पर विचार कर रहे हैं। न्यू इंडिया अब्रॉड को दिए इंटरव्यू में रो खन्ना ने इसकी पुष्टि की है और खुलासा किया है कि कब वह अपने फैसले का ऐलान करेंगे।

1992 से सीनेट में कैलिफोर्निया का प्रतिनिधित्व करने वाली डेमोक्रेट सीनेटर डायने फिनस्टीन ने 14 फरवरी को सीनेट से सेवानिवृत्ति की घोषणा कर दी है। 89 वर्षीय सीनेटर की घोषणा से पहले ही कांग्रेस के तीन सदस्य- हाउस इंटेलिजेंस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष एडम शिफ; सदन के सबसे प्रगतिशील सदस्यों में से एक केटी पोर्टर और बारबरा ली ने इस सीट के लिए अपनी दावेदारी पेश करने का इरादा जाहिर कर दिया था।

अब रो खन्ना ने न्यू इंडिया अब्रॉड को दिए इंटरव्यू में कहा है कि वह अभी अपनी दावेदारी पर विचार कर रहे हैं और अप्रैल की शुरुआत में अपने फैसले की घोषणा करेंगे। कांग्रेसनल कॉकस ऑन इंडिया एंड इंडियन अमेरिकन्स के सह-अध्यक्ष नामित खन्ना ने कहा, 'मैं बारबरा ली का काफी सम्मान करता हूं इसलिए निश्चित तौर पर मैं इस पर विचार करूंगा। मैं यह देखना चाहता हूं कि उनका अभियान कितना मजबूत है और जीत के लिए जरूरी अभियान व संसाधन उपलब्ध हैं। अगर उन्होंने इस महीने के अंत तक इंतजाम कर लिया तो यह मेरे फैसले पर भारी पड़ेगा।"

वर्ष 2020 में सैंडर्स के राष्ट्रपति चुनाव कैंपेन के सह-अध्यक्ष रह चुके खन्ना ने कहा, ''बहुत से लोग खासकर राज्य में बर्नी सैंडर्स के समर्थक मुझसे संपर्क करके हैं कि मेरे पास मेडिकेयर फॉर ऑल, पब्लिक कॉलेज, टेक्नोलोजी जॉब्स और नौकरियां पैदा करने को लेकर अच्छी नीतियां हैं।

AAPI  विक्ट्री फंड के संस्थापक और अध्यक्ष शेखर नरसिम्हन ने न्यू इंडिया अब्रॉड से कहा कि फिनस्टीन की उत्तराधिकारी चुनने का यह चुनाव संभवत: सीनेट का अब तक का सबसे महंगा चुनाव होगा। इसका खर्च 200 मिलियन डॉलर से भी अधिक बैठेगा। जो उम्मीदवार चुनाव लड़ना चाहेगा, उसे भारी रकम जुटानी होगी।

नरसिम्हन ने सवाल किया कि, 'क्या रो खन्ना को इस सीट पर दावेदारी करनी चाहिए या राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ना चाहिए?' क्या रो खन्ना को एशियाई अमेरिकी उम्मीदवारों को बढ़ावा देने वाले एएपीआई विक्ट्री फंड का समर्थन मिलेगा? इस सवाल पर नरसिम्हन ने कहा कि कई दिग्गज पहले से ही चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुके हैं। ऐसे में संगठन फिलहाल 'इंतजार करो और देखो' की नीति अपना सकता है।

इस चुनाव के लिए जारी शुरुआती सर्वेक्षणों में से एक में शिफ को 22 प्रतिशत वोटों के साथ मामूली बढ़त दिखाई गई है। पोर्टर 20 प्रतिशत वोटों के साथ दूसरे स्थान पर जबकि ली और खन्ना क्रमश: छह और चार प्रतिशत के साथ उनके पीछे बताए गए हैं। यूसी बर्कले और लॉस एंजिल्स टाइम्स द्वारा किए गए सर्वेक्षण में कहा गया है कि राज्य में 40 प्रतिशत डेमोक्रेट्स ने अभी तक दावेदारों को लेकर अपना मन नहीं बनाया है।

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