ब्रिटेन में भारतीय मूल की नाटककार और अभिनेत्री मीरा स्याल को बाफ्टा (ब्रिटिश एकेडमी ऑफ फिल्म एंड टेलीविजन आर्ट्स) फेलोशिप दी जाएगी। यह फिल्म, खेल या टेलीविजन के क्षेत्र में उत्कृष्ट और असाधारण योगदान के लिए दिया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान है।
Award-winning actor, screenwriter and novelist Meera Syal CBE will be presented with the BAFTA Fellowship at the upcoming BAFTA Television awards with @pandocruises ✨
— BAFTA (@BAFTA) April 27, 2023
Meera has over 140 credits including the hugely popular Goodness Gracious Me and The Kumars at No.42 pic.twitter.com/FXMuoUr3un
बीबीसी के मशहूर कॉमेडी गुडनेस शो ग्रेशियस मी और द कुमार्स एट नंबर 42 में अभिनय करने वाली मीरा स्याल को 14 मई को रॉयल फेस्टिवल हॉल में बाफ्टा टेलीविजन अवार्डस के दौरान सम्मानित किया जाएगा। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए स्याल ने कहा कि मैं बाफ्टा फेलोशिप पाकर रोमांचित और सम्मानित महसूस कर रही हूं। मुझे खुशी है कि इस साल बाफ्टा के लर्निंग प्रोग्राम में प्रतिभागियों को सलाह देने और उन्हें सहयोग करने का अवसर मिलेगा।
पंजाबी माता-पिता के घर में नई दिल्ली में जन्मी स्याल दो नई सीरीज द व्हील ऑफ टाइम और मिसेज सिद्धू इन्वेस्टिगेट्स में भी दिखाई देंगी। उनके काम को कई बाफ्टा नामांकन और पुरस्कार मिल चुके हैं। स्याल को क्रिएटिव इनोवेशन के लिए वीमेन इन फिल्म एंड टीवी अवार्ड, एसओएसए, मैनचेस्टर और बर्मिंघम विश्वविद्यालयों से मानद डॉक्टरेट भी मिल चुकी है। स्कूल और विश्वविद्यालय पर उनके कार्यक्रम को रानी के पसंदीदा टीवी कार्यक्रमों में से एक बताया जाता है।
वेस्ट मिडलैंड्स में वॉल्वरहैम्प्टन में जन्मीं और मैनचेस्टर विश्वविद्यालय में शिक्षित स्याल ने अंग्रेजी और ड्रामा का अध्ययन किया है। उनका करियर रॉयल कोर्ट में शुरू हुआ था। उन्होंने 1993 में भाजी ऑन द बीच और 1994 में माई सिस्टर वाइफ की पटकथा लिखी। उन्होंने लेखन कार्य और कॉमेडी स्केच-शो द रियल मैककॉय (1991-1994) में भी योगदान दिया है।
मीरा स्याल के दो उपन्यास अनीता एंड मी (2002) और लाइफ इज नॉट ऑल हा ही ही (2005) को पर्दे के लिए रूपांतरित किया गया है। स्याल ने लोकप्रिय टीवी सीरीज ब्यूटीफुल पीपल (2008-2009), डॉ हू (2009), हॉरिबल हिस्ट्रीज (2009), ब्रॉडचर्च (2015), द स्प्लिट (2018-2022) जैसे कार्यक्रमों में भी भूमिकाएं निभाई हैं।