एकदूसरे पर पत्थर बरसाने वालों को आमतौर पर पुलिस पकड़ ले जाती है, जेल हो जाती है। लेकिन भारत के हिमाचल प्रदेश में एक ऐसा गांव है जहां पत्थरबाजी को अपराध नहीं माना जाता बल्कि इसे एक त्योहार की तरह मनाया जाता है। इस गांव का नाम धामी है। ये राज्य की राजधानी शिमला से करीब 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
बीते मंगलवार को इस गांव में यह अनोखा त्योहार मनाया गया था जिसे यहां के लोग पत्थरों का खेल कहते हैं। इसमें शामिल होने के लिए सैकड़ों ग्रामीण एकत्र हुए थे। इस दौरान दो दल बनते हैं जो एक दूसरे के ऊपर पत्थर बरसाते हैं। वाजिब सी बात है कि इस दौरान कुछ लोग घायल भी होते हैं।