अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने वरिष्ठ वैज्ञानिक अशोक गाडगिल को नेशनल मेडल ऑफ टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन से सम्मानित किया है। यह तकनीकी उपलब्धि के लिए देश के प्रमुख इनोवेटर्स को दिया जाने वाला देश के सर्वोच्च राष्ट्रीय सम्मान है। गाडगिल के अलावा 11 अन्य इनोवेटर्स को भी राष्ट्रपति ने सम्मानित किया है।
In a ceremony at the @WhiteHouse today, @POTUS awarded @BerkeleyLab retired Faculty Senior Scientist Ashok Gadgil the National Medal of Technology and Innovation, the nation’s highest honor for technological achievement. https://t.co/lfhkHMD6va pic.twitter.com/dYJrttmTdV
— University of California (@UofCalifornia) October 24, 2023
भारतीय मूल के अमेरिकी अशोक गाडगिल लॉरेंस बर्कले नेशनल लेबोरेटरी (बर्कले लैब) के फैकल्टी मेंबर रहे हैं। व्हाइट हाउस में आयोजित एक समारोह में राष्ट्रपति बाइडेन ने उन्हें ये पुरस्कार प्रदान किया। ये दूसरी बार है, जब गाडगिल को नेशनल मेडल ऑफ टेक्नोलोजी एंड इनोवेशन पुरस्कार दिया गया है। अब तक उन्हें 17 राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुके हैं।

गाडगिल ने विकासशील दुनिया की कुछ सबसे जटिल समस्याओं के लिए कम लागत वाले समाधान विकसित किए हैं। इनमें सुरक्षित पेयजल तकनीक, कम खपत वाले स्टोव और सस्ते बिजली उपकरण शामिल हैं।
व्हाइट हाउस की ओर से जारी बयान में कहा गया कि अशोक गाडगिल का पुरस्कार दुनिया भर में लोगों का जीवन आसान बनाने के लिए है। उनकी अनूठी, सस्ती तकनीक से पीने के पानी से लेकर कुकिंग स्टोव तक की जरूरतें पूरी करने में मददगार साबित हुई हैं। उनके प्रोजेक्टों से 10 करोड़ से ज्यादा लोगों को फायदा हुआ है।
गाडगिल और उनके सहयोगियों ने कई आविष्कार किए हैं। उनके सबसे प्रमुख परिवर्तनकारी आविष्कारों में कम लागत और कम खपत वाला वॉटर प्यूरिफायर, कम बिजली में सुरक्षित तरीके से खाना पकाने का विकल्प देने वाला कुक स्टोव और पीने के पानी से खतरनाक आर्सेनिक को निकालने वाली तकनीक शामिल है।
गाडगिल यूसी बर्कले में सिविल एवं पर्यावरण इंजीनियरिंग के प्रतिष्ठित प्रोफेसर एमेरिटस भी हैं। बर्कले लैब के निदेशक माइक विथेरेल ने कहा कि अशोक गाडगिल की वर्षों की प्रतिबद्धता बर्कले लैब के विज्ञान समाधानों को दुनिया के सामने लाने के मिशन को आगे बढ़ाने और मानवीय संकटों के हल की तकनीक विकसित करने में सहायक सिद्ध हुई है।