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राष्ट्रपति पद की दौड़ में एक और 'प्योर ब्लड' भारतीय उम्मीदवार!

साल 2018 में अमेरिकी सीनेट और कांग्रेस, 2020 में अमेरिकी सीनेट और 2021 में गवर्नर के लिए भी चुनाव लड़ चुके हैं लेकिन वह कभी भी रिपब्लिकन प्राइमरीज से भी आगे नहीं बढ़ पाए। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि हर्ष अमेरिकी राष्ट्रपति पद की दौड़ में कैसा प्रदर्शन करेंगे।

अमेरिका के न्यू जर्सी से भारतीय अमेरिकी राजनेता हर्ष वर्धन सिंह ने 3 मिनट का लंबा वीडियो संदेश सोशल मीडिया पर जारी करते हुए राष्ट्रपति पद के लिए अपनी दावेदारी की घोषणा की है। कारोबारी से राजनेता बने 38 वर्षीय हर्ष वर्धन वीडियो में खुद को 'प्योर ब्लड' उम्मीदवार बताकर 2024 के राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन नामांकन की मांग कर रहे हैं।

सिंह ने अपने अभियान भाषण की शुरुआत बिग टेक और बिग फार्मा उद्योगों पर हमला करके की है। वीडियो में हर्ष वर्धन ने कहा कि आज अमेरिकियों को बड़ी प्रौद्योगिकी और बड़ी फार्मा दोनों के भ्रष्टाचार से गंभीर खतरों का सामना करना पड़ रहा है। इन्होंने ही हमारी स्वतंत्रता पर लगातार हमला किया है। बिग फार्मा ने सभी को अपने प्रायोगिक टीके लेने के लिए मजबूर किया और सरकार के साथ मिलकर भारी मुनाफा कमाया है। वहीं बिग टेक बड़ा भाई बन गया है जो हमारी गोपनीयता पर हमला करता है और हमारे राजनीतिक और विरोधाभासी दृष्टिकोण की सेंसरशिप में शामिल होता है।

अपने भाषण में हर्ष वर्धन ने इन उद्योगों पर अमेरिकी पारिवारिक मूल्यों पर हमला करने का भी आरोप लगाया है। उन्होंने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को अपने जीवनकाल में सबसे महान राष्ट्रपति बताया। उन्होंने कहा कि वह एकमात्र प्योर ब्लड उम्मीदार हैं जिसने कोविड टीका नहीं लगवाया है। उन्होंने याद किया कि न्यू जर्सी के डेमोक्रेटिक राजनेताओं ने उन्हें इसलिए ‘स्टेरॉयड ऑन ट्रंप’ करार दिया था।

उन्होंने कहा कि यह वक्त है जब हमें बीते युग के पुराने राजनेताओं से आगे बढ़ना चाहिए। मेरे पास उर्जा और तकनीकी दोनों की जानकारी है। अमेरिका को उस भविष्य की ओर ले जाना है जिसके हम हकदार हैं। 13 मार्च 1985 को जन्मे हर्ष वर्धन सिंह न्यू जर्सी की अटलांटिक सिटी में पैदा हुए है। वह एक अमेरिकी इंजीनियर और व्यवसायी हैं। उन्होंने अपनी वीडियो में बताया कि वह जन्म से ही रिपब्लिकन हैं।

न्यू जर्सी ग्लोब के अनुसार सिंह ने साल 2018 में अमेरिकी सीनेट और कांग्रेस, 2020 में अमेरिकी सीनेट और 2021 में गवर्नर के लिए भी चुनाव लड़ चुके हैं लेकिन वह कभी भी रिपब्लिकन प्राइमरीज से भी आगे नहीं बढ़ पाए। हर्ष ने न्यू जर्सी इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से पढ़ाई की है जहां वह यंग अमेरिकन्स फॉर लिबर्टी नाम के ग्रुप में शामिल हुए।

न्यू जर्सी ग्लोब के अनुसार सिंह ने अपने पिता द्वारा दिए गए 1 मिलियन डॉलर के डोनेशन के साथ साल 2017 में न्यू जर्सी के गवर्नर पद के लिए चुनाव लड़ा था। वह पांच रिपब्लिकन उम्मीदवारों के क्षेत्र में 9.8% वोट जीतकर तीसरे स्थान पर रहे थे। कई चुनाव हारने के बावजूद राष्ट्रपति पद की दौड़ में शामिल होने पर यह देखना दिलचस्प होगा कि हर्ष अमेरिकी राष्ट्रपति पद की दौड़ में कैसा प्रदर्शन करेंगे।

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