भारत में ईको फ्रेंडली पर्यटन स्थलों की एक विस्तृत श्रृंखला है। ये गंतव्य पर्यावरण से प्रेम करने वाले पर्यटकों के दिल का सुकून और अद्भुत शांति का अहसास कराते हैं। क्षेत्रीय प्राकृतिक सुंदरता को करीब से देखने के इच्छुक लोगों के लिए ये बेहतरीन ठिकाने हैं। आइए बताते हैं ऐसे ही कुछ भारत के प्रसिद्ध ईको फ्रेंडली पर्यटन स्थलों के बारे में।
मुनस्यारी, उत्तराखंड
यह जगह ट्रेकर्स और प्रकृति प्रेमियों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं है। पिथौरागढ़ जिले में स्थित मुनस्यारी से आप पंचाचूली चोटियों के लुभावने दृश्यों का आनंद ले सकते हैं। मुनस्यारी के आसपास कई घाटियां हैं। यह नंदादेवी की चोटी पर चढ़ाई का बेस कैंप भी है।
तीर्थन घाटी, हिमाचल प्रदेश
द ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क के किनारे स्थित तीर्थन घाटी पूरे साल पर्यटकों का स्वागत करती है। इस राष्ट्रीय उद्यान में कई ट्रेक हैं । यह घाटी ब्राउन और रेनबो ट्राउट के लिए भी जानी जाती है। यहां पर आप साहसिक गतिविधियों में शामिल हो सकते हैं। सुंदर झरनों में नहाने का लुत्फ उठा सकते हैं और स्थानीय व्यंजनों का स्वाद चख सकते हैं।
चीचम, स्पीति घाटी
हिमाचल प्रदेश में लगभग 14,500 फीट की ऊंचाई पर स्थित चीचम स्पीति के सबसे ऊंचे गांवों में से एक है। यह किब्बर वन्यजीव अभयारण्य में स्थित है। आप खुशकिस्मत हैं तो यहां पर घोस्ट कैट और हिम तेंदुए जैसे दुर्लभ जीवों के दृश्य आपको देखने को मिल सकते हैं।
तुरतुक, लद्दाख
लद्दाख जाने वाले अधिकांश यात्री नुब्रा घाटी जरूर जाते हैं। नुब्रा से 80 किलोमीटर की दूरी पर है तुरतुक जो ज्यादा मशहूर नहीं है। यह श्योक नदी के किनारे पर बसा गांव है। नदी की वजह से यह इलाका हरा भरा है वरना इस ऊंची जगह पर यह किसी रेगिस्तान से कम नहीं होता। नुब्रा से यहां पहुंचकर रात किसी गेस्ट हाउस में बिताई जा सकती है।
काजीरंगा, असम
काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान भारत के पूर्वोत्तर राज्य असम में स्थित है। यह अपने चाय बागानों, राष्ट्रीय उद्यानों और जैव विविधता के लिए जाना जाता है। यहां पर आप एक सींग वाले गैंडे देख सकते हैं। यहां पर पर्यावरण अनुकूल कई चीजें हैं। अगर आपको वनस्पतियों और वन्य जीवों में रुचि है तो यह जगह आपके लिए बेहद खास हो सकती है।
ताडोबा, महाराष्ट्र
महाराष्ट्र के ताडोबा में सबसे बड़ा टाइगर रिजर्व है। यह अपने खूबसूरत और खूंखार बाघों और विभिन्न तरह की वनस्पतियों और जीवों के लिए प्रसिद्ध है। यहां पर्यटक जंगल सफारी, पक्षियों के नजारे और जंगल की सैर जैसी गतिविधियों कर सकते हैं। यहां पर आपको आदिवासी समुदायों की संस्कृति और परंपराओं को जानने का भी मौका मिलता है।
माविलिननॉंग, मेघालय
पूर्वोत्तर भारत में स्थित मेघालय अपनी प्राकृतिक सुंदरता, झरनों और जड़ पुलों के लिए जाना जाता है। यहां का नोकरेक नेशनल पार्क जैव विविधता के लिए प्रसिद्ध है। मावलिननॉन्ग को एशिया का सबसे स्वच्छ गांव भी कहा जाता है। यह मेघालय के पूर्वी खासी हिल्स जिले में स्थित है। यहां पर आप पेड़ों की जड़ों से बन ब्रिज का आनंद ले सकते हैं।
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