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न्यूयॉर्क मेयर ने सिखों पर हो रहे हमले को इसलिए देश पर धब्बा बताया

बीते कुछ दिनों से लगातार सिख समुदाय के लोगों पर हमले की कई खबरें सामने आ रही हैं। न्यूयॉर्क शहर के मेयर एरिक एडम्स ने कहा कि सिख पगड़ी का मतलब आतंकवाद नहीं होता, बल्कि यह विश्वास का प्रतीक है। सिखों के खिलाफ अपराध को लेकर न्यू जर्सी के होबेकन शहर के मेयर ने भी चिंता जताई थी।

Demo Photo by Sandy Millar / Unsplash

इजराइल और हमास के बीच जंग के बीच अमेरिका में लगातार सिखों को निशाना बनाया जा रहा है। बीते कुछ दिनों से लगातार सिख समुदाय के लोगों पर हमले की कई खबरें सामने आ रही हैं। अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर के मेयर एरिक एडम्स ने सिख समुदाय के खिलाफ हाल के हमलों और घृणा अपराध को देश पर 'धब्बा' बताया है। बता दें कि सिखों के खिलाफ अपराध को लेकर न्यू जर्सी के होबेकन शहर के मेयर ने भी चिंता जताई थी। यहां के मेयर रवि एस भल्ला भारतीय मूल के हैं।

एडम्स का कहना है कि सिख पगड़ी का मतलब आतंकवाद नहीं होता, बल्कि यह विश्वास का प्रतीक है। उन्होंने सिख समुदाय की रक्षा करने और लोगों को सिख धर्म के बारे में शिक्षित करने का भी आह्वान किया। एडम्स ने साउथ रिचमंड हिल के क्वींस इलाके में बाबा मक्खन शाह लुबाना सिख सेंटर में सिख समुदाय के सदस्यों को संबोधित करते हुए ये बातें कहीं।

एडम्स ने सिख समुदाय के बारे में कहा कि आप आतंकवादी नहीं, बल्कि रक्षक हैं। पूरे शहर को यह बताने की जरूरत है। हमारे युवाओं, हमारे वयस्कों को यह जानने की जरूरत है। आपकी पगड़ी का मतलब आतंकवाद नहीं। इसका मतलब रक्षा, इसका मतलब समुदाय, परिवार, विश्वास, शहर, हमारे लिए इसका मतलब एक साथ आने से है। हम आपके साथ मिलकर इस धारणा को बदल देंगे।

सिखों के खिलाफ हमले को 'हिंसक मूर्खतापूर्ण कृत्य' करार देते हुए एडम्स ने कहा, जसमेर सिंह को अब भी हमारे साथ होना चाहिए। उन्हें अभी अपने बेटे के साथ रहना चाहिए। उन्हें अभी भी अमेरिकी सपने को जीना चाहिए, अपने बेटे को देखना चाहिए, जो अब एक वकील है।

एडम्स और न्यूयॉर्क स्टेट असेंबली की सदस्य जेनिफर राजकुमार ने सिखों के खिलाफ घृणा अपराध और हमले की हाल की घटनाओं के बाद रविवार को यहां सिख समुदाय के सदस्यों से मुलाकात की। सिखों को समाज का 'रक्षक' बताते हुए राजकुमार ने कहा कि सिखों को नफरत से निशाना बनाना स्वीकार्य नहीं है। इस तरह की हिंसा करने वालों के खिलाफ कानून की पूरी सीमा तक मुकदमा चलाया जाएगा।

जेनिफर राजकुमार ने कहा कि पहली बार हम सिख अमेरिकियों के खिलाफ घृणा अपराधों को खत्म करने के लिए सरकार के उपायों का इस्तेमाल करने जा रहे हैं। न्यूयॉर्क स्टेट ऑफिस के लिए चुनी गई पहली भारतीय-अमेरिकी महिला राजकुमार ने कहा कि न्यूयॉर्क, अमेरिका और पूरी दुनिया इस बात को जानती है कि सिख लोग वास्तव में कौन हैं, इसलिए हम पर हमला नहीं किया जाए और न ही गलत समझा जाए।

बता दें कि न्यूयॉर्क में 15 अक्टूबर को 19 साल के सिख युवक उस समय हमले का शिकार हुए थे, जब वह रिचमंड हिल में बस से गुरुद्वारा जा रहे थे। 26 साल का आरोपी क्रिस्टोफर फिलिपो ने सिख युवक के सिर के पीछे मुक्का मारा था, उनकी पगड़ी उतारने की कोशिश की थी और उनसे कहा था, 'हम इस देश में इसे (पगड़ी) नहीं पहनते हैं।'

इसके कुछ दिन बाद 66 साल के जसमेर सिंह पर उस समय हमला किया गया था, जब उनकी कार एक अन्य वाहन से टकरा गई थी। दूसरे वाहन के चालक 30 साल के गिल्बर्ट ऑगस्टिन ने बुजुर्ग सिख पर हमला कर दिया था, जिसके बाद इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी।

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