संयुक्त राज्य अमेरिका में प्रशांत महासागर स्थित हवाई (Hawaii) प्रांत के मनोरम दृश्यों का लुत्फ उठाना चाहते हैं तो जान लें कि आपका खर्च बढ़ने वाला है। वहां के कुदरती ठिकानों की हिफाजत का हवाला देकर पर्यटक शुल्क या ग्रीन फी के तौर पर 50 डॉलर (करीब 4 हजार रुपये) का शुल्क वसूलने की तैयारी हो रही है।
माना जा रहा है कि पर्यटकों की बढ़ती भीड़ से निपटने के लिए यह पर्यटक कर लगाया जा रहा है। भारी संख्या में पर्यटकों के आने से यहां के समुद्र तटों और हरियाली को नुकसान होता है। हवाई के गवर्नर जोश ग्रीन ने कहा कि द्वीपों पर साल भर में लगभग 10 मिलियन (एक करोड़) से अधिक पर्यटक आते हैं। इतने पर्यटकों को संभालने और द्वीपों की सुंदरता को बनाए रखने के लिए कुछ प्रयास करने की जरूरत है।
इसी को देखते हुए हवाई में ग्रीन फीस वसूलने की कवायद चल रही है जो 15 वर्ष से अधिक उम्र के पर्यटकों पर लगाया जाएगा। इस प्रस्ताव को राज्य विधायिका के जरिए लागू किया जाएगा। अनुमान है कि इस कदम से सालाना 400-500 मिलियन डॉलर (करीब 330 करोड़ से 410 करोड़ रुपये) राजस्व आएगा। इस रकम का इस्तेमाल सांस्कृतिक और प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण के लिए किया जाएगा।
जोश ग्रीन का कहना है कि फीस लगाने से पर्यटकों की संख्या पर असर नहीं पड़ता है। इसका उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि हाल के वर्षों में COVID-19 परीक्षण के लिए 60 डॉलर (करीब 5 हजार रुपये) अतिरिक्त शुल्क लगाया गया था। इसके बावजूद पर्यटकों की संख्या में कोई फर्क नहीं पड़ा। पर्यटक शुल्क लगाने के पीछे हमारा उद्देश्य हवाई के स्थलीय और समुद्री प्राकृतिक संसाधनों की सुरक्षा करना है।