इजराइल में युद्ध के हालात को देखते हुए भारत सरकार ने वहां से भारतीय नागरिकों को सुरक्षित निकालना शुरू कर दिया है। इस मिशन को 'ऑपरेशन अजय' नाम दिया गया है। ऑपरेशन अजय के तहत पहली उड़ान से शुक्रवार सुबह 212 भारतीय नागरिक राष्ट्रीय राजधानी पहुंचे। लेकिन भारत सरकार की इस पहल के बावजूद केरल में रहने वाले आनंदन का कहना है कि उनकी पत्नी इजराइल से भारत लौटने में लाचार हैं। आनंदन ने अपनी पत्नी से इजराइल में मिलने के लिए भारत सरकार से मदद की गुहार लगाई है।
⚡️The moment a rocket from Gaza got intercepted by a house in the occupied city of Ashkelon yesterday. pic.twitter.com/fYGkohSdkb
— War Monitor (@WarMonitors) October 12, 2023
दरअसल हमास के हमले में इजरायल में मेडिकल केयर टेकर का काम करने वाली कन्नूर के पय्यावूर की रहने वाली शीजा आनंदन बुरी तरह से घायल हो गई थीं। उनके पति आनंदन का कहना है कि शीजा की एस्केलॉन के एक अस्पताल में सर्जरी चल रही है। वह न तो चल सकती है, न ही बैठ सकती है। वह कई ऑपरेशन से गुजर चुकी है।
#WATCH | Ashkelon, Israel: We're thankful to PM Modi for supporting us..." says Rikki, a woman of Indian origin in Israel pic.twitter.com/KCapvVBeQ5
— ANI (@ANI) October 10, 2023
आनंदन का कहना है कि ऑपरेशन अजय के बावजूद मेरी पत्नी जल्द ही भारत लौटने की स्थिति में नहीं हैं। उनकी पीठ, पैर और चेस्ट में सर्जरी हुई है। आनंदन का कहना है कि उनकी पत्नी फिलहाल देश वापस लौटने की मेडिकल कंडीशन में नहीं हैं। ऐसे में उन्होंने भारत सरकार से गुहार लगाई है कि उन्हें इजराइल जाने की इजाजत मिले, ताकि वह अपनी पत्नी से मिल सकें।
शीजा आनंदन पिछले डेढ़ साल से एक बुजुर्ग इजरायली महिला की केयर टेकर के तौर पर काम कर रही हैं। वह पिछले 7 साल से इजराइल में रह रही हैं। 7 अक्टूबर को हमास के हमले में रॉकेट के कुछ टुकड़े उसके शरीर में घुस गए। आनंदन का कहना है कि उस वक्त वह अपनी पत्नी के साथ वीडियो कॉल पर थे, तभी एक धमाका हुआ।
आनंदन का कहना है कि मैंने पत्नी को सुरक्षित स्थान पर जाने के लिए कहा। लेकिन जब हम बोल रहे थे, रॉकेट उसके घर से टकरा गया। फोन लाइन काट दी गई। मैंने उसे कई बार फिर से फोन करने की कोशिश की, लेकिन बात नहीं हो सकी। बहुत बाद में मुझे पता चला कि वह अस्पताल में भर्ती है। मैं उनकी तीन सर्जरी के बाद ही उनसे बात कर सका। बता दें कि इससे पहले केरल की सौम्या संतोष अश्केलॉन शहर पर हमास के रॉकेट हमले में मारी गई थीं।