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शेंगेन वीजा पाने में पिछड़ क्यों रहा भारत, किन देशों ने ठुकराएं हैं आवेदन?

दुनिया भर के वाणिज्य दूतावासों ने 2022 में 75,72,755 अल्पकालिक शेंगेन वीजा आवेदन दर्ज किए। सबसे अधिक अनुरोधों (7,78,409) के साथ तुर्की पहले स्थान पर तो रूस (6,87,239) दूसरे स्थान पर रहा। इसके बाद 6,71,928 के साथ भारतीयों का स्थान तीसरे नंबर पर सबसे अधिक रहा।

साल 2022 के शेंगेन वीजा के आंकड़ें सामने आए हैं। 2022 में जहां भारतीयों ने तीसरे स्थान पर सबसे अधिक 6,71,928 शेंगेन वीजा आवेदन दायर किए थे, वहीं सबसे अधिक 18 प्रतिशत वीजा भी भारतीयों के ही खारिज किए गए थे। शेंगेन क्षेत्र के एस्टोनिया, माल्टा और स्लोवेनिया ने सबसे अधिक आवेदनों को खारिज किया जबकि जर्मनी, इटली और हंगरी ने वीजा देने में कोई कोताही नहीं बरती।

शेंगेन वीजा इंफो के आंकड़ों के अनुसार एस्टोनिया के लिए भारतीयों की ओर से 2022 में 1,986 आवेदन किए गए थे, जिसमें से 56 प्रतिशत को रद्द कर दिया गया। वहीं माल्टा ने 45 प्रतिशत आवेदनों को अस्वीकृति दी। माल्टा के लिए कुल 1,220 वीजा आवेदन किए गए थे जिनमें से 506 को नामंजूर कर दिया गया था। स्लोवेनिया ने भारतीयों के 2,732 वीजा में से 44.5 को खारिज कर दिया।

भारतीयों के लिए अनुकूल देशों की तो जर्मनी में सबसे कम अस्वीकृति दर थी।

साल 2022 में स्विट्जरलैंड ने 1,06,025 वीजा में से 13,984 को खारिज किया। इसके बाद फ्रांस ने 1,38,643 वीजा में से 19.9 प्रतिशत यानी 27,681 वीजा को खारिज कर दिया था। ऐसे ही स्पेन ने 80,098 में से 18.5 प्रतिशत को अस्वीकार कर दिया था। इसके अलावा ऑस्ट्रिया ने भारतीयों के 24,791 वीजा में से 24 प्रतिशत,  ग्रीस ने 27,457 में से 34.7 प्रतिशत, पुर्तगाल ने 29.9 प्रतिशत और स्वीडन ने 27,775 आवेदन में से 18.7 प्रतिशत आवेदनों को खारिज कर दिया था।

भारतीयों के लिए शेंगेन वीजा पाने के लिए सबसे अनुकूल देश

अब बात की जाए भारतीयों के लिए अनुकूल देशों की तो जर्मनी में सबसे कम अस्वीकृति दर थी। बेंगलुरु स्थित जर्मनी के वाणिज्य दूतावास में 6,345 शेंगेन वीजा में से केवल आठ को खारिज किया गया। इसके बाद कोलकाता में एक आवेदन और चेन्नई में दो आवेदनों को ही खारिज किया गया था।

आपको बता दें कि दुनिया भर के वाणिज्य दूतावासों ने पिछले साल 75,72,755 अल्पकालिक शेंगेन वीजा आवेदन दर्ज किए। सबसे अधिक अनुरोधों (7,78,409) के साथ तुर्की पहले स्थान पर तो रूस (6,87,239) दूसरे स्थान पर रहा। इसके बाद 6,71,928 के साथ भारतीयों का स्थान तीसरे नंबर पर सबसे अधिक रहा। इनमें से 1,21,188 यानी 18 प्रतिशत की अस्वीकार कर दिया गया। यह दुनिया भर में औसत अस्वीकृति दर से अधिक है जो 17.9 प्रतिशत है। कुल शेंगेन वीजा आवेदनों में से भारत के अलावा केवल अल्जीरिया का ही खराब प्रदर्शन रहा। अल्जीरिया के 1,79,409 खारिज किए गए थे।

क्या है शैंगेन वीजा: इसे यूरोप वीज़ा के रूप में भी जाना जाता है। पात्र व्यक्तियों को शेंगेन क्षेत्र में भाग लेने वाले 26 देशों के भीतर स्वतंत्र रूप से यात्रा करने की अनुमति मिलती है। इसका अर्थ है कि यूरोप के यात्री आंतरिक शेंगेन सीमाओं पर सीमा जांच के अधीन नहीं होंगे। हालांकि बाहरी सीमाओं को पार करने वाले यात्रियों के लिए सीमा जांच जारी रहेगी।

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