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टेस्ला की फैक्ट्री में पहुंचे भारत के मंत्री से एलन मस्क ने क्यों मांगी मांफी

भारत के केंद्रीय मंत्री वर्तमान में इंडो-पैसिफिक इकोनॉमिक फ्रेमवर्क (आईपीईएफ) मंत्रिस्तरीय बैठक और एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग (एपीईसी) शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए अमेरिका की चार दिवसीय यात्रा पर हैं जो 13 नवंबर को शुरू हुई है।

दुनिया के सबसे अमीर आदमी और टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने भारत के वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल से कैलिफोर्निया के फ़्रेमोंट में कंपनी की फैक्ट्री के दौरे के दौरान उनके साथ नहीं रह पाने के लिए माफी मांगी है। एलन ने कहा कि गोयल का फ़्रेमोंट संयंत्र का दौरा करना मेरे लिए सम्मान की बात थी और मैं जल्द ही उनसे अगली किसी तारीख पर मिलूंगा।

एक्स पर गोयल की पोस्ट का जवाब देते हुए मस्क ने लिखा कि आपका टेस्ला आना सम्मान की बात है! आज कैलिफोर्निया की यात्रा नहीं कर पाने के लिए मुझे खेद है लेकिन मैं भविष्य की तारीख में मिलने के लिए उत्सुक हूं।

बता दें कि गोयल ने टेस्ला की यात्रा में भारत की भूमिका की सराहना की है। पीयूष गोयल ने कंपनी में वरिष्ठ पदों पर काम कर रहे भारतीय इंजीनियरों और वित्त पेशेवरों द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका का हवाला देते हुए टेस्ला की गतिशीलता में बदलाव की यात्रा में भारत की भूमिका की सराहना की। गोयल ने कहा कि टेस्ला भारत से अपने घटक आयात को दोगुना करने की राह पर है।

मालूम हो कि केंद्रीय मंत्री वर्तमान में इंडो-पैसिफिक इकोनॉमिक फ्रेमवर्क (आईपीईएफ) मंत्रिस्तरीय बैठक और एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग (एपीईसी) शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए अमेरिका की चार दिवसीय यात्रा पर हैं जो 13 नवंबर को शुरू हुई है। गोयल की यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब भारत सरकार द्वारा भारत में इलेक्ट्रिक वाहन विनिर्माण सुविधा स्थापित करने के लिए टेस्ला को कर रियायतें देने की काफी अटकलें लगाई जा रही हैं।

फाइनेंशियल टाइम्स की एक हालिया रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत सरकार इलेक्ट्रिक वाहनों पर शुल्क को घटाकर 15% करने पर विचार कर रही है। हालांकि रिपोर्ट में कहा गया है कि इस नीति पर अभी तक सरकार के भीतर सहमति नहीं बनी है।

फाइनेंशियल टाइम्स के मुताबिक टेस्ला ने भारत में आयातित कारों पर लगने वाले सीमा शुल्क पर शुरुआती रियायत मांगी है। 40,000 डॉलर से कम कीमत वाले सभी पूरी तरह से निर्मित (सीबीयू) वाहनों पर अब 70% आयात शुल्क लगता है जबकि 40,000 डॉलर से अधिक कीमत वाले वाहनों पर 100% आयात शुल्क लगता है।

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