24 अक्टूबर को पूरे भारत में दशहरा महोत्सव धूमधाम से मनाया गया। जहां एक तरफ भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली की एक रामलीला में पहुंचे तो वहीं रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने चीन से सटे भारत के अरुणाचल प्रदेश में अग्रिम चौकियों का दौरा किया और तैनात सैनिकों के साथ दशहरा मनाया।
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 अक्टूबर की सुबह सबसे पहले अपने एक्स अकाउंट से पोस्ट करते हुए देशवासियों को बधाई दी और लिखा कि देशभर के मेरे परिवारजनों को विजयादशमी की हार्दिक शुभकामनाएं। यह पावन पर्व नकारात्मक शक्तियों के अंत के साथ ही जीवन में अच्छाई को अपनाने का संदेश लेकर आता है।
इसके बाद वह शाम को द्वारका में आयोजित श्री रामलीला सोसायटी की 11वें भव्य रामलीला में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे। यहां उन्होंने कहा कि यह पर्व हमारे लिए संकल्पों का पर्व है। हम इस बार विजय दशमी तब मना रहे हैं जब चंद्रमा पर हमारी विजय को दो महीने पूरे हो गए हैं। इस मौके पर शस्त्र पूजा का विधान है। भारत की धरती पर शस्त्रों की पूजा किसी की भूमि पर आधिपत्य नहीं बल्कि उसकी रक्षा के लिए शस्त्र पूजा की जाती है।
मोदी ने कहा कि हम गीता का ज्ञान भी जानते हैं और आईएनएस विक्रांत व तेजस का निर्माण भी जानते हैं। हम श्रीराम की मर्यादा भी जानते हैं और अपनी सीमाओं की रक्षा करना भी जानते हैं। हम शक्ति पूजा का संकल्प भी जानते हैं और कोरोना में सर्वे सन्तु निरामया के मंत्र को भी जी करके दिखाते हैं।
उन्होंने कहा कि हमें सौभाग्य मिला है कि हम भगवान राम का भव्य मंदिर बनते हुए देख पा रहे हैं। अयोध्या की अगली रामनवमी पर रामलला के मंदिर में गूंजा हर एक स्वर पूरे विश्व को हर्षित करने वाला है।
मोदी ने कहा कि मैं विजयदशमी पर देशवासियों से 10 संकल्प लेने का आग्रह करूंगा :
- हम आने वाली पीढ़ियों के लिए ज्यादा से ज्यादा पानी बचाएंगे।
- हम लोगों को डिजिटल लेन-देन के लिए प्रेरित करेंगे।
- हम अपने गांव और शहर को स्वच्छता में सबसे आगे लेकर जाएंगे।
- हम ज्यादा से ज्यादा वोकल फॉर लोकल फॉलो करेंगे।
- हम क्वालिटी काम करेंगे।
- हम पहले अपना पूरा देश देखेंगे, यात्रा करेंगे। इसके बाद ही विदेश के लिए सोचेंगे।
- हम नेचुरल फॉर्मिंग के प्रति जागरुक करेंगे।
- हम सुपरफूड मिलेट्स यानी श्री अन्न को रोजमर्रा की जिंदगी में शामिल करेंगे।
- हम सब व्यक्तिगत स्वास्थ्य के लिए योग-फिटनेस को प्राथमिकता देंगे।
- हम कम से कम एक गरीब परिवार का सामाजिक-आर्थिक स्तर बढ़ाएंगे।