भारतीय अमेरिकी व अगले वर्ष राष्ट्रपति चुनाव के उम्मीदवार विवेक रामास्वामी ने भारत के पड़ोसी देश चीन को एक बार फिर अमेरिका के लिए सबसे बड़ा खतरा बताया है। उन्होंने एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि अगर वह सत्ता में आते हैं तो वह बीजिंग के साथ पूरी तरह से रिश्ते खत्म कर देंगे और प्रशांत क्षेत्र में व्यापार को पूरी तरह से फिर से शुरू करने के लिए भारत, जापान और दक्षिण कोरिया जैसे देशों के साथ संबंधों को बढ़ाएंगे।
अमेरिकी न्यूज चैनल फॉक्स न्यूज के साथ एक साक्षात्कार में रामास्वामी ने कहा कि शी जिनपिंग तानाशाह हैं और चीन संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए सबसे बड़ा खतरा है। मुझे लगता है कि मैं चीन से आर्थिक स्वतंत्रता की घोषणा के लिए स्पष्ट रास्ता अपनाने वाला सबसे स्पष्ट उम्मीदवार हूं। यह हमारी नीति का पहला कदम होगा। उन्होंने आगे कहा कि वह चीन के साथ पूर्ण संबंध विच्छेद करेंगे और अधिकांश अमेरिकी कंपनियों को बीजिंग में व्यापार करने से प्रतिबंधित करेंगे।
रामास्वामी ने आगे कहा कि मैं पूरी तरह से डी-कपलिंग के लिए जाऊंगा। मैं अधिकांश अमेरिकी कंपनियों को चीन के साथ व्यापार करने से प्रतिबंधित कर दूंगा जब तक कि चीन अपने व्यवहार में सुधार नहीं करता। मुझे लगता है कि इसके अल्पकालिक परिणाम होंगे लेकिन हम बलिदान कर सकते हैं यदि हम जानते हैं कि हम किसके लिए बलिदान कर रहे हैं। मैं यह भी सोचता हूं कि जब आप बलिदान देने के लिए सबसे ज्यादा इच्छुक होते हैं तो वास्तव में आपको बलिदान देने की जरूरत ही नहीं पड़ती है। उन्होंने आगे कहा कि मुझे लगता है कि अगर हम जापान, दक्षिण कोरिया, फिलीपींस, यहां तक कि भारत, थाईलैंड, वियतनाम, ब्राजील के साथ व्यापार संबंधों में प्रवेश करने के इच्छुक हैं तो यह हमारे लिए कहीं अधिक सुव्यवस्थित होता है।
इसके अलावा रामास्वामी ने बढ़ते रूस-चीन संबंधों पर भी चिंता जताई और इसे सबसे बड़ा सैन्य खतरा बताया। रामास्वामी ने कहा कि अमेरिका को इस गठबंधन को रोकने की जरूरत है। यह अमेरिका के लिए सबसे बड़ा खतरा है, जिस पर हमें ध्यान देने की जरूरत है। मैं चाहता हूं कि हमें गठबंधन के बीच दरार पैदा करने की जरूरत है। यह रिश्ता जिनपिंग को ताइवान पर अमेरिका के साथ युद्ध का जोखिम उठाने का आत्मविश्वास देता है।
मालूम हो कि विवेक रामास्वामी ओहियो के मूल निवासी हैं। उनकी मां एक वृद्ध मनोचिकित्सक थीं और उनके पिता जनरल इलेक्ट्रिक में इंजीनियर के रूप में काम करते थे। विवेक की उम्र 38 वर्ष है। उनका जन्म 9 अगस्त 1985 को हुआ था। उनके माता-पिता भारत के केरल राज्य से अमेरिका आए थे। विवेक निक्की हेली और हर्षवर्धन सिंह के अलावा तीसरे भारतीय-अमेरिकी हैं जो अगले साल जनवरी में प्राइमरी में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के खिलाफ होंगे।