विश्व हिंदू परिषद ऑफ अमेरिका (वीएचपीए) ने हिंदू यूनिवर्सिटी ऑफ अमेरिका (एचयूए) के साथ मिलकर भारत के अयोध्या में स्थित राम मंदिर पर केंद्रित एक वेबिनार सीरीज की घोषणा की है।
पांच भागों की इस सीरीज में राम मंदिर की पुनर्स्थापना के 500 साल के संघर्ष का वर्णन किया जाएगा। साथ ही मंदिर के पुनर्निर्माण के ऐतिहासिक, पुरातात्विक, कानूनी और सामाजिक आयामों पर भी रोशनी डाली जाएगी।
अयोध्या के भव्य राम मंदिर का उद्घाटन और अभिषेक समारोह अगले साल 22 जनवरी में होना है। भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ 136 सनातन परंपराओं के 4,000 हिंदू नेता और 25,000 से अधिक गणमान्य व्यक्ति भी इस कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे।
वीएचपीए का पहला वेबिनार 9 दिसंबर 2023 को होना है। इसमें के.के. मुहम्मद शामिल होंगे जो भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) में उत्तर क्षेत्र के क्षेत्रीय निदेशक रहे हैं। वह 1976 में बाबरी मस्जिद/राम मंदिर परिसर की खुदाई में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए प्रसिद्ध हैं।
इस वेबिनार में केके मुहम्मद बाबरी मस्जिद के नीचे राम मंदिर के अस्तित्व को दर्शाने वाले पुरातात्विक प्रमाणों पर चर्चा करेंगे, जो एक महत्वपूर्ण अंतर्दृष्टि साबित होगी।
इसके बाद 10 दिसंबर 2023 को दूसरे वेबिनार की मेजबानी राज्यसभा सदस्य डॉ. सुधांशु त्रिवेदी करेंगे। वह 500 साल के राम मंदिर के संघर्ष पर एक ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य प्रदान करेंगे।
तीसरा वेबिनार 6 जनवरी 2024 को होगा, जिसमें भारतीय वकील विष्णु शंकर जैन अयोध्या राम मंदिर पुनर्निर्माण की कानूनी जटिलताओं पर प्रकाश डालेंगे।
7 जनवरी को चौथे वेबिनार में वैज्ञानिक, लेखक और सार्वजनिक वक्ता डॉ. आनंद रंगनाथन शामिल होंगे। रंगनाथन अयोध्या राम मंदिर पुनर्निर्माण के वैज्ञानिक, सामाजिक और राजनीतिक पहलुओं पर अंतर्दृष्टि साझा करेंगे।
सीरीज का पांचवां भाग 13 जनवरी को प्रसारित होगा, जिसमें राम मंदिर के पुनर्निर्माण प्रयासों के समर्थन में अमेरिकी हिंदू समुदाय की भूमिका पर चर्चा की जाएगी।