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अनूठा है वेंकटेश्वर मंदिर, दर्शन से मिलती है जन्म-मृत्यु के बंधन से मुक्ति

मंदिर में रोजाना करीब एक लाख श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं। बैकुंठ एकादशी के दिन भगवान वेंकटेश्वर के दर्शन करने का खास महत्व है। द्रविड़ स्मारक मूल रूप से पिरामिड के आकार की संरचनाओं से युक्त होते हैं और मंदिर उत्कृष्ट आकृति की मूर्तियों, विशाल स्तंभों और नक्काशीदार मीनारों के साथ अलंकृत होते हैं।

आज आपको दक्षिण भारत के एक प्राचीन मंदिर के बारे में बताएंगे, जो सदियों से हिंदू धर्म की आस्था का विशेष केंद्र रहा है। यह मंदिर अपनी द्रविड़ वास्तु कला और शिल्प कला के लिए भी दुनियाभर में प्रसिद्ध है। आंध्र प्रदेश में चित्तूर जिले के तिरुपति स्थित वेंकटेश्वर मंदिर (Venkateswara Temple) की महिमा निराली है।

यह मंदिर समुद्र तल से 3200 फीट ऊंचाई पर स्थित तिरुमाला की पहाड़ियों पर स्थित है। 

यह मंदिर समुद्र तल से 3200 फीट ऊंचाई पर स्थित तिरुमाला की पहाड़ियों पर स्थित है। यह दुनिया के सबसे अमीर मंदिरों में भी शुमार है। चलिए इस मंदिर की प्रमुख मान्यताओं के बारे में जान लेते हैं।

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