ऑस्ट्रेलिया के ब्रिस्बेन में एक मोटर मैकेनिक मालिक को भारतीय कामगार की मजदूरी न देना भारी पड़ गया। अदालत ने मजदूरी मारने वाले दुकान मालिक पर 30,000 डॉलर का जुर्माना लगाया है। फेडरल सर्किट एंड फैमिली कोर्ट ने भंगू प्राइवेट लिमिटेड पर यह जुर्माना लगाया है।
भंगू प्राइवेट लिमिटेड ने भारत के एक वीजाधारी कर्मचारी को एक साल के लिए (फरवरी 2017 से फरवरी 2018 तक) काम पर रखा था। कर्मचारी पूर्णकालिक था। कंपनी ने कोर्ट के आदेश के बावजूद इस अवधि की मजदूरी देने में कोताही बरती जिसके बाद लोकपाल ने जुर्माना लगाने का आदेश जारी किया।