अमेरिकी सरकार एच-1बी और एल1 वीजा धारकों को बड़ी रियायत देने की तैयारी कर रही है। खबरों की मानें तो सरकार प्रयोग के तौर पर कुछ श्रेणियों में 'घरेलू वीजा पुन: सत्यापन' प्रक्रिया फिर से शुरू करने की योजना बना रही है। इस योजना के लागू होने का बड़ा फायदा भारतीयों को भी मिलेगा।
दरअसल वर्ष 2004 तक यह व्यवस्था थी कि गैर-आप्रवासी वीजा की कुछ श्रेणियों खासकर एच1बी को अमेरिका के अंदर ही नवीनीकृत किया जा सकता था। लेकिन बाद में देश के अंदर ऐसे वीजा को रिन्यू कराने की व्यवस्था खत्म कर दी गई। अब ज्यादातर लोगों को अपने पासपोर्ट पर एच1बी वीजा अवधि विस्तार की मुहर लगवाने के लिए अमेरिका के बाहर या अपने मूल देश जाना पड़ता है।
एच-1बी वीजा एक बार में तीन साल के लिए जारी किए जाते हैं। रिस्टैम्पिंग की सुविधा केवल अमेरिकी वाणिज्य दूतावासों में ही उपलब्ध होने से विदेशी पेशेवरों को खासी असुविधा होती है। खासकर ऐसे समय में जब भारत में वीजा की प्रतीक्षा अवधि कुछ मामलों में दो साल तक है।
अब सरकार इस व्यवस्था को बदलने पर विचार कर रही है। गृह विभाग के एक अधिकारी ने समाचार एजेंसी को बताया कि हम कुछ याचिका आधारित एनआईवी श्रेणियों के लिए देश में ही रीस्टैंपिंग सेवा फिर से शुरू करने पर गंभीरता से काम कर रहे हैं। इस साल के अंत तक इसका पायलट प्रोजेक्ट शुरू होने की उम्मीद है। इससे इन आवेदकों को वीजा नवीनीकरण के लिए विदेश नहीं जाना पड़ेगा।
बता दें कि एच-1बी वीजा एक गैर-आव्रजक वीजा है जो अमेरिकी कंपनियों को सैद्धांतिक या तकनीकी विशेषज्ञता वाले विदेशी पेशेवरों को नियुक्त करने की अनुमति देता है। प्रौद्योगिकी कंपनियां भारत और चीन जैसे देशों से हर साल हजारों कर्मचारियों को इस वीजा के जरिए लेकर आती हैं।