लंबित वीजा प्रक्रिया को पटरी पर लाने और अधिकाधिक भारतीय आवेदकों की मांग को पूरा करने के लिए अमेरिका लगातार प्रयासरत है। इसी क्रम में अब भारत के B1/B2 वीजा आवेदकों के लिए बैंकॉक और फ्रैंकफर्ट में अमेरिकी वाणिज्य दूतावासों ने स्पेशल अपॉइंटमैंट आरक्षित किए हैं।

पिछले एक साल में भारत में अमेरिकी दूतावास और वाणिज्य दूतावासों की ओर से 1,50,000 से अधिक छात्र और एक्सचेंज-विजिटर वीजा जारी किए गए हैं। इस तरह भारतीय मूल के छात्र चीनी समूह के बाद अमेरिका में अंतरराष्ट्रीय छात्रों का दूसरा सबसे बड़ा समूह बन गया है।
यूएस ब्यूरो ऑफ कॉन्सुलर अफेयर्स के प्रमुख उप सहायक सचिव ह्यूगो रोड्रिग्ज ने बताया कि वैसे तो भारतीय मूल के लोग दुनिया में कहीं से भी अमेरिकी वीजा के लिए आवेदन कर सकते हैं लेकिन बैंकॉक और फ्रैंकफर्ट (जर्मनी) ने भारत के B1/B2 वीजा आवेदकों के लिए रोजाना कुछ स्लॉट आरक्षित किए हैं।
B1 वीजा लोगों को व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए अमेरिका में प्रवेश करने की अनुमति देता है, जबकि B2 वीजा के लिए उन लोगों द्वारा आवेदन किया जा सकता है जो छुट्टियां मनाने के लिए यात्रा करना चाहते हैं अथवा अपने रिश्तेदारों से मिलने की गरज से अमेरिका आते हैं। अधिकारियों के अनुसार भारत में अमेरिकी वाणिज्य दूतावासों द्वारा प्राप्त वीजा आवेदनों की सबसे लोकप्रिय श्रेणियों में H1B (कार्य) और B1/B2 शामिल हैं।
इस साल की शुरुआत में भारत में अमेरिकी मिशन ने घोषणा की थी कि वह 2023 में 10 लाख से अधिक वीजा आवेदनों को प्रोसेस करने का लक्ष्य लेकर काम कर रहा है। इसके अलावा वीजा प्रक्रिया में देरी और आवेदकों के लिए प्रतीक्षा समय में कटौती करने के उद्देश्य से अमेरिकी वाणिज्य दूतावास ने मार्च में मुंबई में अस्थायी कांसुलर अधिकारियों को भी काम पर लगाया है।
#USConsulates #AmericanVisa #ViasAppointment #IndianDiaspora #Diaspora #Indian #NewIndiaAbroad #IndiaAbroad