अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू का कार्यकाल एक साल के लिए बढ़ा दिया गया है। भारत सरकार के इस कदम का अमेरिका के एक बिजनेस एडवोकेसी ग्रुप ने स्वागत किया है। यूएस-इंडिया स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप फोरम (USISPF) ने कहा है कि इससे दोनों देशों के संबंधों को नई ऊंचाइयां मिलेंगी।
USISPF के अध्यक्ष और सीईओ मुकेश आघी ने कहा कि संधू को 2024 तक सेवा-विस्तार के लिए मैं बधाई देता हूं। वह भारत-अमेरिका संबंधों के बड़े जानकार तो हैं ही, USISPF के भी अच्छे दोस्त हैं। मुझे यह बताते हुए गर्व की अनुभूति हो रही है। वह दोनों देशों के संबंधों के लिए असाधारण संपदा हैं। उनके सेवा विस्तार से दोनों देशों के रिश्तों को नए आयाम मिलेंगे।
मुकेश आघी ने कहा कि 90 के दशक में जब वह विदेश सेवा में थे और उसके बाद अब अमेरिका में भारत के राजदूत के रूप में अपने लंबे अनुभव के दौरान संधू ने सामरिक साझेदारी को आकार लेते हुए देखा है। संधू के पास अमेरिका की कार्यपालिका और विधायिका से संवाद की बेजोड़ कला है। उनके यहां बने रहने से दोनों देशों के संबंधों में मजबूती आएगी।
तरणजीत सिंह संधू ने वर्ष 2020 की शुरुआत में अमेरिका में भारत के राजदूत का कार्यभार संभाला था। उन्होंने हर्षवर्धन श्रृंगला की जगह ली थी जो अब जी-20 के प्रमुख समन्वयक हैं। जहां तक संधू के सेवा-विस्तार की बात है तो बीते माह एक अधिसूचना से पता चला था कि उनकी सेवाएं 1 फरवरी 2023 से 31 जनवरी 2024 तक के लिए बढ़ा दी गई हैं।
संधू श्रीलंका में भारत के उच्चायुक्त भी रहे हैं। वह 2013 से 2017 तक वाशिंगटन डीसी स्थित भारतीय दूतावास में डिप्टी चीफ ऑफ मिशन (DCM) के रूप में अपनी सेवाएं दे चुके हैं। 28 नवंबर को सरकार की तरफ से अमेरिका में उनके सेवा विस्तार की आधिकारिक घोषणा कर दी गई।