भारत के विख्यात संविधान-वेत्ता और सामाजिक न्याय के ध्वजवाहक डॉ. बीआर अंबेडकर की सबसे बड़ी प्रतिमा का अनावरण उत्तरी अमेरिका में 14 अक्तूबर को किया जाएगा। यह प्रतिमा अमेरिका के अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर की पहली आगामी डॉ. अंबेडकर मेमोरियल परियोजना का हिस्सा है। आयोजन में प्रवेश निशुल्क है।

15755 लिविंगस्टन रोड, एकोकीक, एमडी 20607 (व्हाइट हाउस, वाशिंगटन डीसी से 21 मील दूर) पर स्थित यह महत्वपूर्ण कार्यक्रम डॉ. अंबेडकर के जीवन और विरासत का जश्न मनाएगा। डॉ, अंबेडकर एक दूरदर्शी नेता और सामाजिक न्याय के समर्थक थे।

आयोजकों का आह्वान है कि आप भी इस प्रेरक अवसर का हिस्सा बनें क्योंकि हम समानता, मानवाधिकार और सशक्तिकरण में डॉ. अंबेडकर के योगदान का सम्मान करते हैं। इसीलिए आप भी उनके स्थायी प्रभाव के प्रतीक यानी भव्य प्रतिमा के भव्य अनावरण का गवाह बनें। सामाजिक परिवर्तन के प्रति उत्साही लोगों के साथ एक जीवंत वातावरण में आप विचारोत्तेजक चर्चाओं में शामिल हो सकते हैं, सांस्कृतिक प्रदर्शनों का आनंद उठा सकते हैं और उस महान नेता के सम्मान में जुट सकते हैं जिन्होंने अनगिनत लोगों को अन्याय से लड़ने के लिए प्रोत्साहित किया।
आपको बता दें कि डॉ. अंबेडकर की यह विशाल प्रतिमा भारत के अंतरराष्ट्रीय ख्याति के शिल्पी राम सुतार ने तैयार की है। राम सुतार को भारत के प्रतिष्ठित पद्मश्री पुरस्कार से नवाजा जा चुका है। राम सुतार पश्चिम भारत के गुजरात राज्य के अहमदाबाद शहर में सरदार पटेल की सबसे बड़ी प्रतिमा बना चुके हैं। श्री सुतार ने पिछले साठ वर्षों में भारत, अमेरिका, फ्रांस, अर्जेंटीना, इटली, रूस और मलेशिया में नब्बे से अधिक स्मारकीय मूर्तियां बनाई हैं। उत्तरी अमेरिका की यह प्रतिमा दुनिया की सबसे बड़ी 125 फीट ऊंची डॉ. अंबेडकर की मूर्ति की प्रतिकृति है जिसका हाल ही में हैदराबाद में अनावरण किया गया था।