केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहा किसानों का विरोध प्रदर्शन आज भारत की राजधानी नई दिल्ली में समाप्त हो गया। किसान नेताओं का कहना है कि उन्होंने अपने वादे के अनुसार जंतर-मंतर पर चल रहे विरोध प्रदर्शन को तो स्थगित कर दिया है, लेकिन कृषि कानूनों के खिलाफ उनका आंदोलन जारी रहेगा।
उन्होंने घोषणा की है कि अगले माह वे उत्तर प्रदेश के मुजफ्फर नगर में विशाल महापंचायत आयोजित करेंगे, जिसमें कृषि कानूनों के खिलाफ आगे की रणनीति तय की जाएगी। दूसरी ओर किसानों के इस विरोध प्रदर्शन पर केंद्र सरकार ने कोई गंभीरता नहीं दिखाई है और न ही किसानों को कोई ठोस आश्वासन नहीं दिया है।

केंद्र सरकार के लाए कृषि बिलों के खिलाफ किसानों का पिछले नौ माह से दिल्ली के बॉर्डरों पर आंदोलन चल रहा है। आरोप लग रहे हैं कि पंजाब के किसान नेता ही इस आंदोलन को हवा दे रहे हैं। जबकि किसान नेताओं का दावा है कि उनके इस आंदोलन में देशभर के किसान शामिल है। इस कड़ी में भारत की संसद के वर्षाकालीन सत्र को ध्यान में रखते हुए किसानों ने जंतर-मंतर पर धरने और किसान संसद चलाने की इजाजत पुलिस से मांगी थी।