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विशेष सीरीज: यूपी सरकार ने कहा, अयोध्या में ‘परिंदा भी पर नहीं मार पाएगा'

वरिष्ठ पत्रकार रवींद्र सिंह पिछले 45 वर्षों से पत्रकारिता के क्षेत्र में हैं। उन्होंने देश के प्रमुख समाचार पत्रों में कार्य किया है। अयोध्या की दो प्रमुख घटनाओं 1990 में गोलीकांड व 1992 में विवादित ढांचे के विध्वंस के वह चश्मदीद गवाह रहे हैं। अयोध्या प्रकरण पर पढ़िए श्री सिंह का ‘आंखों-देखा’ हाल।

लालू यादव सरकार द्वारा आडवाणी की गिरफ्तारी के बाद उत्तर प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के एक बयान ने इस मसले को गरमा दिया। सीएम ने कहा कि अयोध्या में ‘विवादित स्थल’ पर ‘‘परिंदा भी पर नहीं मार पाएगा।’’ उनके इस बयान ने अयोध्या कूच कर चुके रामभक्तों और कारसेवकों के जुनून और आक्रोश को और बढ़ा दिया। मुलायम सरकार ने अयोध्या में कारसेवकों के प्रवेश को रोकने के लिए अयोध्या पहुंचने वाले सभी मार्गों पर बैरिकेटिंग कर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती कर दी थी। पूरी अयोध्या को सुरक्षा की दृष्टि से ऐसे सील किया गया कि कारसेवक अयोध्या में प्रवेश न कर पाएं। पूरी अयोध्या छावनी में तब्दील हो चुकी थी।

पूरी अयोध्या छावनी में तब्दील हो चुकी थी।

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