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भारत में एनआरआई के लिए अनोखा 'हेल्थकेयर सहायता लंगर' शुरू

इंद्रप्रीत सिंह के अनुसार यदि कोई एनआरआई भारत में अपने परिवार के सदस्यों को चिकित्सा या स्वास्थ्य देखभाल सुविधाएं प्रदान करना चाहता है तो इसे जीएमएफ द्वारा स्थानीय अस्पतालों, नर्सिंग होम और अन्य स्वास्थ्य सेवा संस्थानों और संगठनों के साथ समन्वयित किया जा सकता है।

एनआरआई को सुविधा के लिए सेवा का नाम ‘हेल्थकेयर लंगर सेवा’ रखा गया है। सभी फोटो: GMF

भारत की राजधानी नई दिल्ली में एनआरआई और अंतरराष्ट्रीय मरीजों को भारत में चिकित्सा सेवा प्रदान करने के लिए एक विशेष पहल की गई है। सामाजिक संगठन ग्लोबल मिडास फाउंडेशन (GMF) ने एक ‘हेल्थकेयर लंगर सेवा’ शुरू की है, जहां प्रवासी मरीजों को विभिन्न स्वास्थ्य देखभाल, जरूरी सुविधाए, समन्वय और पूर्ति के लिए एक चिकित्सा सहायता डेस्क बनाई गई है।

जीएमएफ के संस्थापक सरदार इंद्रप्रीत सिंह के अनुसार यदि एनआरआई और अंतरराष्ट्रीय मरीज चाहते हैं कि भारत में उनके चिकित्सा मसलों को देखा जाए और किसी विशेष उपचार के लिए किसी स्पेशल अस्पताल को रैफर किया जाए तो इसके लिए  जीएमएफ उनके साथ समन्वय बना सकता है। यहां तक ​​कि स्थानीय स्तर पर वीजा, रहना, यात्रा, इलाज के बाद की देखभाल जैसी सभी सहायता एक धर्मार्थ संगठन होने के नाते उन लोगों के लिए भी प्रदान की जाती है जो अपने देश में सामाजिक सुरक्षा का लाभ उठाना चाहते हैं लेकिन ऐसे अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य देखभाल उपचार के लिए समन्वित समर्थन और देखभाल की तलाश में हैं। उनके दस्तावेज वगैरह को सहेजने में भी संगठन मदद करेगा।

इलाज के लिए एनआरआई जीएमएफ के साथ समन्वय बना सकते हैं। 

उन्होंने बताया कि अभी यह सेवा फिलहाल पंजाब और उत्तराखंड में उपलब्ध है, इसे शीघ्र ही दिल्ली व अन्य राज्यों में शुरू किया जाएगा। जीएमएफ अपनी इस पहल की सूचना कई दूतावासों को सूचित कर चुका है। इस मसले पर और जानकारी के लिए हमारी वेबसाइट www.gmnri.orgऔर www.gmf.org.in के अलावा His.gmf@gmail.com पर मेल भी कर सकते हैं। इंद्रप्रीत सिंह के अनुसार यदि कोई एनआरआई भारत में अपने परिवार के सदस्यों को चिकित्सा या स्वास्थ्य देखभाल सुविधाएं प्रदान करना चाहता है तो इसे जीएमएफ द्वारा स्थानीय अस्पतालों, नर्सिंग होम और अन्य स्वास्थ्य सेवा संस्थानों और संगठनों के साथ समन्वयित किया जा सकता है। जीएमएफ के पास विदेशी अंशदान विनियमन अधिनियम (FCRA) के माध्यम से या भारत के भीतर स्थानीय स्तर पर उपचार को प्रायोजित करने के लिए अपने समूह के भीतर सभी आवश्यक अनुपालन और रजिस्ट्रेशन है। इससे इलाज में वित्तीय छूट मिल सकती है।

बड़े ऑपरेशन के लिए संगठन की ओर से वित्तीय छूट भी मिलेगी।

उन्होंने बताया कि सभी स्वास्थ्य देखभाल जागरूकता पहल, चिकित्सा स्वास्थ्य देखभाल से संबंधित सामग्री निर्माण, शिविर, उपचार, सर्जरी, स्वास्थ्य देखभाल सुविधा विकास आदि को भारत के भीतर प्रायोजन के माध्यम से समर्थन दिया जा सकता है और 80G और 12AA लाभ प्राप्त किया जा सकता है। यह पहल दुनिया भर में गुणवत्तापूर्ण और किफायती स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए एक सहयोगात्मक प्रयास है। इसके लिए प्रायोजित उपचार लेने में सहायता करता है, चाहे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एफसीआरए के माध्यम से या भारत के भीतर स्थानीय प्रायोजन दान कार्यक्रमों के माध्यम से और 80जी और 12एए लाभ प्राप्त करें।  ग्लोबल मिडडास फाउंडेशन (जीएमएफ) अरिहंत अस्पताल देहरादून के सहयोग से एनआरआई के लिए हेल्थकेयर लंगर सेवा के हिस्से के रूप में कैंसर, किडनी प्रत्यारोपण और डायलिसिस हृदय देखभाल, नशीली दवाओं के दुरुपयोग और पुनर्वास और आईवीएफ आदि जैसी गंभीर बीमारियों के इलाज पर 20 प्रतिशतकी रियायती छूट प्रदान कर रहा है।

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