यूके स्थित गैस, तेल और बिजली मुहैया करने वाली कंपनी शेल (Shell) की एक शाखा ने बीते दिनों बिजली संकट के दौरान भारत स्थित अक्षय ऊर्जा फर्म स्प्रिंग एनर्जी का अधिग्रहण किया है। शेल ओवरसीज इन्वेस्टमेंट बीवी ने 1.55 बिलियन डॉलर (11,856 करोड़ रुपये) में सोलनेर्गी पावर प्राइवेट लिमिटेड का 100 फीसदी अधिग्रहण करने के लिए एक्टिस सोलनेर्गी लिमिटेड (एक्टिस) के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए।
स्प्रिंग एनर्जी भारत की सबसे बड़ी अक्षय ऊर्जा कंपनियों में से एक है जो भारत में बिजली वितरण कंपनियों को सौर और पवन ऊर्जा की आपूर्ति करती है। यह कंपनी अपने मौजूदा ब्रांड को बनाए रखेगी और शेल के नवीकरणीय और ऊर्जा समाधान एकीकृत बिजली व्यवसाय की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी के रूप में काम करेगी।
More and cleaner energy ⚡ Shell will acquire @sprngenergy, one of India’s leading renewable power platforms.
— Shell India (@Shell_India) April 29, 2022
The deal marks another important step in expanding our integrated power business. https://t.co/dvmYntr70Z #PoweringProgress pic.twitter.com/AorCsMD5FU
शेल इंडिया ने ट्विटर के माध्यम से इस सौदे की पुष्टि की और स्प्रिंग एनर्जी के बिजली संयंत्रों में से कुछ एक तस्वीरें साझा कीं और लिखा कि यह सौदा हमारे एकीकृत बिजली कारोबार के विस्तार में एक और महत्वपूर्ण कदम है।
शेल के एकीकृत गैस, नवीकरणीय और ऊर्जा समाधान निदेशक वाल सावन ने दावा किया है कि यह सौदा शेल को भारत में वास्तव में एकीकृत ऊर्जा संक्रमण व्यवसाय के निर्माण में पहली पंक्ति में स्थान देता है। उन्होंने कहा कि स्प्रिंग एनर्जी के पास एक उत्कृष्ट टीम, मजबूत और सिद्ध विकास ट्रैक रिकॉर्ड और एक स्वस्थ विकास पाइपलाइन है। इस सौदे ने शेल को एक ऐसे बाजार में बिजली मूल्य श्रृंखला में नेतृत्व करने में सक्षम बनाया है जहां बड़े पैमाने पर विद्युतीकरण और नवीकरणीय ऊर्जा की मजबूत मांग ऊर्जा संक्रमण को चला रही है। वैसे भी भारत सरकार 2030 तक 500GW अक्षय ऊर्जा क्षमता का लक्ष्य रख रही है।
वहीं एक्टिस में एनर्जी इंफ्रास्ट्रक्चर में पार्टनर संजीव अग्रवाल ने कहा कि स्प्रिंग एक सर्वश्रेष्ठ-इन-क्लास एनर्जी प्लेटफॉर्म है जो पूरे भारत में लाखों लोगों को स्वच्छ, विश्वसनीय बिजली प्रदान करता है। हम भारतीय बाजार और इसके पारिस्थितिक संक्रमण के लिए प्रतिबद्ध हैं और हमें उम्मीद है कि साल 2026 के अंत तक इस क्षेत्र में और 1 बिलियन डॉलर का निवेश किया जाएगा। इस सौदे के साथ स्प्रिंग शेल की वर्तमान नवीकरणीय क्षमता को संचालन में तिगुना कर देगा और 2050 तक एक लाभदायक शुद्ध-शून्य उत्सर्जन ऊर्जा व्यवसाय बनने की अपनी पॉवरिंग प्रोग्रेस रणनीति को वितरित करने में मदद करेगा।