Skip to content

विशाल की मर्डर मिस्ट्री का मामला 42 साल बाद फिर खोलेगी यूके पुलिस

हैरानी की बात यह है कि जांचकर्ताओं द्वारा 14,000 से अधिक लोगों से पूछताछ करने के बावजूद हत्या के लिए किसी को दोषी नहीं ठहराया।

सांकेतिक चित्र। Photo by sebastiaan stam / Unsplash

ससेक्स पुलिस आठ वर्षीय भारतीय मूल के बालक की मौत का रहस्यमयी मामला फिर से खोलने की तैयारी में हैं। मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि विशाल मेहरोत्रा 1981 में लंदन में रहस्यमयी तरीके से गायब हो गया था और कई महीनों बाद मृत पाया गया था।

सांकेतिक पिक्चर। Photo by Ethan Wilkinson / Unsplash

गार्जियन की खबर के मुताबिक बालक विशाल मेहरोत्रा ​​और उसका परिवार पुटनी के घर जा रहा था लेकिन मध्य लंदन में प्रिंस चार्ल्स और राजकुमारी डायना की शादी की परेड देखने के बाद वह लापता हो गया था। सात महीने बाद फरवरी 1982 में वेस्ट ससेक्स के रोगेट में बच्चे के अवशेष मिले थे। हैरानी की बात यह है कि जांचकर्ताओं द्वारा 14,000 से अधिक लोगों से पूछताछ करने के बावजूद हत्या के लिए किसी को दोषी नहीं ठहराया।

कई साल बीत गए। जब विशाल के पिता विशंभर मेहरोत्रा ​​​​ने मामले की फिर से जांच करने में विफल रहने के लिए ससेक्स पुलिस की आलोचना की तो पुलिस अधिकारियों ने 10 मई को उनसे मुलाकात की और उन्हें बताया कि जासूसों को मामले को 'आगे बढ़ाने' के लिए 'स्पष्ट निर्देश' दिए गए थे।

गार्जियन के अनुसार पुलिस ने विशाल की हत्या और उनके पास ज्ञात एक दस्तावेज के बीच संभावित कड़ी को खोजने में विफल रहने के लिए भी माफी मांगी थी। वह दस्तावेज एक सजायाफ्ता पीडोफाइल (ऐसा यक्ति जो बच्‍चों के प्रति कामुकता भाव से आकर्षित रहता है) के कब्जे से बरामद हुआ था।

दरअसल, बीबीसी के एक पॉडकास्ट के बाद मामले को लेकर फिर से हलचल हुई थी। इस पॉडकास्ट में हत्या के मामले को लेकर एक ताजा विवरण सामने आया जिसमें हत्या और 'विशाल' शीर्षक वाले दस्तावेज़ के बीच एक संभावित लिंक शामिल है। यह दस्तावेज़ 1983 में निकोलस डगलस द्वारा लिखा गया था जिसे एक लड़के के खिलाफ बाल यौन अपराधों का दोषी ठहराया गया था क्योंकि वह उसका 'शोषण' कर रहा था।

#MurderMystery#UKPolice #IndianDiaspora #Diaspora #Indian #NewIndiaAbroad #IndiaAbroad

Comments

Latest